महिला और 5 वर्षीय बेटे की गला दबाकर हत्या
रायपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र से लापता महिला और उसके 5 वर्षीय बेटे की गुमशुदगी मामले में चौंकाने वाला खुलासा हुआ है। अमलेश्वर थाना पुलिस ने इस डबल मर्डर केस का पर्दाफाश करते हुए महिला के प्रेमी छत्रपाल सिंगौर और उसके सहयोगी शुभम सिंगौर को गिरफ्तार किया है।
पुलिस जांच में सामने आया है कि दोनों आरोपियों ने मिलकर महिला सुनीता चतुर्वेदी और उसके मासूम बेटे की गला दबाकर हत्या कर दी। हत्या के बाद दोनों शवों को खेत के एक कुएं में अलग-अलग फेंक दिया गया था, जिससे यह घटना दुर्घटना या गुमशुदगी लगे।
महिला की पहचान और पृष्ठभूमि
मृतका सुनीता चतुर्वेदी रायपुर के सिविल लाइन थाना क्षेत्र की निवासी थी। कुछ साल पहले उसके पति की मौत हो गई थी, जिसके बाद वह अपने 5 साल के बेटे के साथ ससुराल में रह रही थी। 19 जून 2025 को वह अपने बेटे के साथ अचानक लापता हो गई थी, जिसके बाद परिजनों ने सिविल लाइन थाना में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज करवाई थी।
पुलिस ने ऐसे सुलझाया मामला
गुमशुदगी के मामले की तफ्तीश के दौरान पुलिस को कुछ संदिग्ध सुराग मिले। कॉल डिटेल्स और मोबाइल लोकेशन की जांच के बाद महिला के प्रेमी छत्रपाल सिंगौर और शुभम सिंगौर की गतिविधियाँ संदिग्ध पाई गईं। सख्ती से पूछताछ में दोनों ने जुर्म कबूल कर लिया।
उन्होंने बताया कि सुनीता को रास्ते से हटाने की योजना पहले से बनाई गई थी। हत्या के पीछे निजी विवाद और संबंधों में तनाव का कारण बताया गया है। हत्या के बाद दोनों ने शवों को खेत के कुएं में ठिकाने लगाया, जिससे सबूत मिटाया जा सके।
पुलिस की तत्परता से हुआ खुलासा
अमलेश्वर थाना पुलिस की सतर्कता और गंभीरता से की गई जांच के चलते यह जघन्य मामला सुलझ सका। दोनों आरोपियों के खिलाफ हत्या, साक्ष्य छुपाने और अन्य धाराओं में मामला दर्ज कर लिया गया है। पुलिस अब यह भी जांच कर रही है कि कहीं इस हत्याकांड में और कोई तो शामिल नहीं था।
क्षेत्र में फैली सनसनी
मां-बेटे की हत्या की खबर से रायपुर समेत आसपास के क्षेत्रों में सनसनी फैल गई है। एक मासूम बच्चे की इस बेरहमी से की गई हत्या ने हर किसी को झकझोर दिया है। स्थानीय लोग महिला की हत्या के पीछे उसके प्रेमी के नापाक इरादों को लेकर काफी आक्रोशित हैं और सख्त सजा की मांग कर रहे हैं।
यह मामला एक बार फिर बताता है कि निजी संबंधों में उपजा द्वेष कैसे जघन्य अपराध का रूप ले सकता है। पुलिस की मुस्तैदी से आरोपी सलाखों के पीछे पहुंच चुके हैं, लेकिन एक मासूम की बलि और एक मां की मौत ने समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है।