माणगांव/रायगढ़। रायगढ़ की राजनीति में महायुती सरकार के भीतर खींचतान तेज हो गई है। शनिवार को माणगांव में आयोजित पार्टी प्रवेश समारोह में शिंदे शिवसेना के प्रदेश प्रवक्ता एडवोकेट राजीव साबले ने बड़ी संख्या में पार्षदों और कार्यकर्ताओं के साथ राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित पवार गुट) में प्रवेश किया। इस मौके पर स्वयं उपमुख्यमंत्री अजित पवार मौजूद थे।
महायुती में बढ़ी खींचतान
गौरतलब है कि राज्य सरकार में शिंदे गुट शिवसेना और अजित पवार गुट राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी एक साथ सत्ता में हैं। इसके बावजूद रायगढ़ जिले में दोनों दलों के बीच तनाव खुलकर सामने आने लगा है।
- पालक मंत्री पद को लेकर विवाद अब तक सुलझा नहीं है।
- पार्टी की अंदरूनी राजनीति से मंत्री भरत गोगावले असहज स्थिति में दिखाई दे रहे हैं।
पार्टी प्रवेश समारोह का माहौल
माणगांव में हुए इस समारोह में उपमुख्यमंत्री अजित पवार, राष्ट्रवादी पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष व सांसद सुनील तटकरे, मंत्री अदिति तटकरे सहित कई वरिष्ठ नेता और पदाधिकारी उपस्थित थे।
- राजीव साबले का साथ देने आए पार्षदों और कार्यकर्ताओं की मौजूदगी ने इस कार्यक्रम को खासा प्रभावशाली बना दिया।
- राजनीतिक विशेषज्ञों का मानना है कि यह कदम आने वाले समय में रायगढ़ की राजनीति को और गरमा सकता है।
संभावनाएं और असर
राजनीतिक विश्लेषकों का कहना है कि महायुती में लगातार बढ़ रही खींचतान जिले की राजनीति में समीकरण बदल सकती है। मंत्री भरत गोगावले के लिए यह स्थिति एक बड़ा झटका मानी जा रही है।