
Isa Ahmad
17 सूत्रीय मांगों के साथ कलेक्ट्रेट का घेराव
रायगढ़ जिले के पुसौर विकासखंड के ग्राम कोतमरा में अडानी कंपनी के खिलाफ किसानों का आक्रोश चरम पर पहुंच गया है। सोमवार को गांव के 100 से अधिक महिला और पुरुष किसानों ने रायगढ़ कलेक्ट्रेट का घेराव कर जोरदार प्रदर्शन किया। किसानों ने कंपनी पर जमीन अधिग्रहण में अनियमितता, पर्यावरण को नुकसान, रोजगार की अनदेखी और जल स्रोतों के दुरुपयोग जैसे गंभीर आरोप लगाए।
कलेक्टर की अनुपस्थिति में किसानों ने अपना 17 सूत्रीय मांग पत्र एडीएम अपूर्व टोप्पो को सौंपा। ज्ञापन में किसानों ने कहा कि कंपनी द्वारा किए जा रहे कार्यों से उनकी कृषि भूमि नष्ट हो रही है और जलस्तर लगातार नीचे जा रहा है। इसके साथ ही उन्होंने उचित मुआवजा, रोजगार की गारंटी और पर्यावरण की सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की।
15 दिन की चेतावनी, नहीं सुनने पर उग्र आंदोलन की दी धमकी
किसानों ने प्रशासन को 15 दिनों का अल्टीमेटम देते हुए चेतावनी दी कि यदि उनकी मांगों पर ठोस कार्रवाई नहीं हुई, तो वे जिला मुख्यालय में बड़े पैमाने पर उग्र आंदोलन करने को मजबूर होंगे। प्रदर्शन के दौरान किसान लगातार नारे लगाते रहे “अडानी होश में आओ”, “हमारा हक दो” जिससे कलेक्ट्रेट परिसर प्रशासनिक नारों से गूंज उठा।
ग्रामीणों का कहना है कि वे अपनी जमीन, जंगल और जल स्रोतों की रक्षा के लिए यह संघर्ष कर रहे हैं। उनका कहना है कि विकास के नाम पर कंपनियों को छूट दी जा रही है, जबकि स्थानीय लोगों के हक और अधिकारों को नजरअंदाज किया जा रहा है। किसानों का आक्रोश साफ झलक रहा था, और उन्होंने स्पष्ट कहा कि यदि प्रशासन ने उनकी समस्याओं पर ध्यान नहीं दिया तो आने वाले दिनों में आंदोलन और व्यापक रूप लेगा।