by: vijay nandan
कोलंबिया: कांग्रेस सांसद और लोकसभा में विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने एक बार फिर अपने विदेश दौरे के दौरान भाजपा और आरएसएस पर करारा प्रहार किया है। कोलंबिया स्थित ईआईए यूनिवर्सिटी में छात्रों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि भाजपा-आरएसएस की पूरी विचारधारा ‘कायरता’ पर आधारित है।
उन्होंने विदेश मंत्री एस. जयशंकर के एक पुराने बयान का जिक्र करते हुए कहा कि 2023 में जयशंकर ने चीन को लेकर कहा था कि वह भारत से कहीं अधिक शक्तिशाली है, इसलिए उससे टकराव संभव नहीं। राहुल गांधी के अनुसार, यही भाजपा और आरएसएस की मानसिकता है। ताकतवर के सामने झुक जाना और कमजोर पर अत्याचार करना।

अपने संबोधन में राहुल गांधी ने विनायक दामोदर सावरकर की एक पुस्तक का भी उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि सावरकर ने लिखा है कि एक अवसर पर उन्होंने और उनके साथियों ने मिलकर एक मुस्लिम युवक को पीटा और इसे ‘जीत’ माना। राहुल के अनुसार, यह घटना भाजपा-आरएसएस की विचारधारा को दर्शाती है, जहां कई लोग मिलकर कमजोर को निशाना बनाते हैं।
लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस नेता ने मोदी सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भारत के सामने सबसे बड़ी चुनौती लोकतंत्र पर हो रहे हमले की है। उन्होंने कहा कि भारत अनेक धर्मों, भाषाओं और संस्कृतियों का देश है, और लोकतंत्र इन सभी को एकजुट करता है। लेकिन मौजूदा समय में बीजेपी और आरएसएस लोकतांत्रिक ढांचे को कमजोर कर रही है, जो भारत के लिए सबसे बड़ा खतरा है।
राहुल गांधी ने यह भी स्वीकार किया कि भारत में इंजीनियरिंग और स्वास्थ्य सेवाओं जैसे क्षेत्रों में अपार संभावनाएं हैं। लेकिन उन्होंने कहा कि देश की संरचना में कई खामियां हैं, जिन्हें दूर करना बेहद जरूरी है।
बीजेपी ने राहुल गांधी के बयान की निंदा की है, बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा..
#WATCH | Delhi | On Lok Sabha LoP Rahul Gandhi's recent statements in Colombia, BJP MP Ravi Shankar Prasad says, "…In Bogota, Colombia, Lok Sabha Leader of the Opposition Rahul Gandhi stated that there is no democracy in India and people don't have the freedom to speak. Rahul… pic.twitter.com/CnrKWeBsbh
— ANI (@ANI) October 2, 2025
राहुल के पहले के बयान
इससे पहले 2023 के विदेश दौरे में राहुल गांधी ने भाजपा-आरएसएस को निशाने पर लिया था। 2023 में कैम्ब्रिज विश्वविद्यालय में उन्होंने कहा था कि भारतीय लोकतंत्र पर हमला हो रहा है। तब BJP ने उन पर “भारत को बदनाम करने की आदत” का आरोप लगाया। लोकल और राष्ट्रीय कार्यक्रमों में भी उन्होंने भाजपा-आरएसएस के धार्मिक, सांस्कृतिक और लोकतांत्रिक नीतियों पर कई बार कटाक्ष किया है। जैसे संविधान, अल्पसंख्यक अधिकार, तुष्टीकरण नीतियाँ आदि। Bharat Jodo Nyay Yatra के दौरान, उन्होंने प्रचार किया कि भाजपा की नीतियाँ “विभाजनकारी राजनीति” करती हैं और वह देश को जोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।