कार्डिनल रॉबर्ट प्रीवोस्ट ने कैथोलिक चर्च के 2000 साल के इतिहास में पहले अमेरिकी पोप के रूप में इतिहास रच दिया है। पोप लियो XIV के रूप में चुने गए इस 69 वर्षीय पूर्व मिशनरी और वेटिकन राजनयिक के पास अब दुनिया भर के 1.3 अरब कैथोलिकों की आध्यात्मिक जिम्मेदारी है।
जहां उनका नेतृत्व धार्मिक है, वहीं लोगों के मन में सवाल उठता है: क्या पोप को वेतन मिलता है? उनकी नेट वर्थ क्या है? यह लेख इन्हीं सवालों के जवाब देता है।
पोप लियो XIV कौन हैं?
- 1955 में शिकागो में जन्मे रॉबर्ट फ्रांसिस प्रीवोस्ट ने 1977 में ऑगस्टीनियन ऑर्डर ज्वाइन किया।
- 1982 में पुजारी बने और रोम से कैनन लॉ में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की।
- पोप बनने से पहले, वे वेटिकन के बिशप विभाग के प्रमुख थे, जो दुनिया भर में बिशपों की नियुक्ति करता है।
- अप्रैल 2025 में पोप फ्रांसिस के निधन के बाद उन्हें नया पोप चुना गया।
क्या पोप को वेतन मिलता है?
पोप को किसी कंपनी के CEO या नेता की तरह कोई नियमित वेतन नहीं मिलता। बल्कि, वेटिकन उनकी सभी जरूरतें पूरी करता है, जैसे:
- रहने की व्यवस्था (एपोस्टोलिक पैलेस या वेटिकन आवास)
- भोजन और कपड़े
- यात्रा (प्रसिद्ध “पोपमोबाइल” सहित)
- सुरक्षा और चिकित्सा सुविधाएं
इस व्यवस्था का मकसद यह है कि पोप पूरी तरह से आध्यात्मिक कर्तव्यों पर ध्यान दे सकें।
कार्डिनल प्रीवोस्ट की आय क्या थी?
पोप बनने से पहले, एक कार्डिनल के रूप में उनकी आय थी:
- €4,000–€5,000 प्रति माह (लगभग 3.5–4.5 लाख रुपये)
- रहने और यात्रा के लिए अतिरिक्त भत्ते
लेकिन पोप बनने के बाद, उन्हें कोई व्यक्तिगत वेतन नहीं मिलता।
पोप लियो XIV की नेट वर्थ
पोप आमतौर पर निजी संपत्ति नहीं जमा करते। पोप लियो XIV भी सादगी भरा जीवन जीते हैं, जैसे पोप फ्रांसिस।
- उनकी कोई आधिकारिक नेट वर्थ सार्वजनिक नहीं है।
- कार्डिनल रहते उनकी कोई भी संपत्ति (बचत, जमीन) अब चर्च के अधीन होगी।
वेटिकन कितना अमीर है?
पोप व्यक्तिगत रूप से धनी नहीं होते, लेकिन कैथोलिक चर्च दुनिया के सबसे अमीर संस्थानों में से एक है, जिसके पास है:
- विशाल संपत्ति (चर्च, स्कूल, अस्पताल)
- अमूल्य कला संग्रह (माइकलएंजेलो और राफेल की कृतियाँ)
- दान और निवेश (पीटर्स पेंस जैसे फंड)
वेटिकन की सही संपत्ति का खुलासा नहीं होता, लेकिन अनुमान अरबों डॉलर का है।
मुख्य बिंदु
✅ कोई वेतन नहीं – पोप की सभी जरूरतें वेटिकन पूरी करता है।
✅ सादा जीवन – पोप लियो XIV विलासिता से दूर रहते हैं।
✅ चर्च की दौलत ≠ पोप की दौलत – वेटिकन के पास धन है, लेकिन पोप के पास नहीं।
अंतिम विचार
पोप लियो XIV का चुनाव कैथोलिक चर्च के लिए एक ऐतिहासिक क्षण है। उनकी आर्थिक स्थिति साधारण है, लेकिन उनका प्रभाव विशाल है। अन्य नेताओं के विपरीत, उनकी भूमिका आध्यात्मिक है, न कि आर्थिक।