जानिए, पीएम मोदी ने Podcast में क्या खास खोले राज
प्रधानमंत्री मोदी मन की बात कार्यक्रम को लेकर लगातार चर्चा में रहते है, लेकिन इस बार पीएम मोदी Zerodha के फाउंडर निखिल कामथ के साथ किए गए पॉडकास्ट को लेकर चर्चा में है। पाॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कई विषयों के बारे में बात की, साथ ही अपने जीवन के कई पल साझा किए। मोदी ने पॉडकास्ट में कहा कि, एक दिन ऐसा आएगा जब दुनिया भारतीय वीजा के लिए कतार में खड़ी होगी। पीएम मोदी ने बताया कि, अमेरिका ने उन्हें एक बार वीजा देने से इनकार कर दिया था। इसके बाद उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा था कि ‘एक दिन दुनिया भारतीय वीजा के लिए लाइन में खड़ी होगी’। उन्होंने कहा कि, अब भारत के लिए समय आ गया है।

पीएम मोदी का विकसित भारत का विजन
न्यूज एजेंसी एएनआई की एक रिपोर्ट के मुताबिक निखिल कामथ के साथ बातचीत में पीएम मोदी ने विकसित भारत पर चर्चा की। उन्होंने समस्या मुक्त भारत और सरकारी योजनाओं के 100 फीसदी वितरण पर जोर दिया। जीरोधा के सह-संस्थापक निखिल कामथ के साथ पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा कि तीसरे कार्यकाल में उनका मनोबल और सपने दोनों बढ़ गए हैं। विकसित भारत के अपने विजन पर पीएम ने कहा कि शौचालय, पानी, बिजली जैसी समस्याओं का समाधान 2047 तक हो जाना चाहिए।
बड़े हो गये हैं मेरे सपने- पीएम मोदी
बातचीत में पीएम मोदी ने कहा कि पहले कार्यकाल में लोग मुझे समझने की कोशिश कर रहे थे, और मैं दिल्ली को समझने की कोशिश कर रहा था। दूसरे कार्यकाल में मैं अतीत के नजरिए से सोचता था। तीसरे कार्यकाल में मेरी सोच बदल गई है। अब मेरा मनोबल ऊंचा है और मेरे सपने बड़े हो गए हैं। पीएम मोदी ने कहा कि मैं जो सोचता हूं उसका सार है 2047 तक विकसित भारत। पानी, बिजली और शौचालय की समस्या खत्म हो जानी चाहिए। उन्होंने कहा कि क्या आम आदमी को अपनी ही सरकार से भीख मांगनी पड़ती है? क्या यह ब्रिटिश शासन है? यह उनका अधिकार है। सरकारी योजनाओं की 100 फीसदी डिलीवरी होनी चाहिए। लाभार्थियों को उनका हक मिलना चाहिए।”
हम न्यूट्रल नहीं, शांति के पक्ष में: पीएम मोदी
पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने दुनिया में जारी युद्ध को लेकर कहा कि हम न्यूट्रल नहीं हैं। भारत शांति के पक्ष में है, दुनिया में बढ़ते युद्धों और भारत की भूमिका पर पूछे गए सवाल के जवाब में प्रधानमंत्री मोदी ने स्पष्ट तौर पर यह बात कही। उन्होंने कहा, ”हमने हमेशा कहा है कि हम न्यूट्रल नहीं हैं, बल्कि शांति के पक्षधर हैं।”

जोखिम लेने की मेरी क्षमता का पूरा इस्तेमाल नहीं हुआ- पीएम मोदी
निखिल कामथ के साथ पहला पॉडकास्ट में बातचीत के दौरान पीएम मोदी ने अपने कम्फर्ट जोन से बाहर निकलने की आवश्यकता पर कई बातें कही। पीएम मोदी ने कहा कि व्यक्ति में जोखिम लेने की क्षमता होनी चाहिए। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लगता है कि लोग जीवन में असफल होते हैं क्योंकि वे अपने कम्फर्ट जोन के आदी हो जाते हैं। यहां तक कि अगर कोई उद्योगपति अपने कम्फर्ट जोन से बाहर नहीं निकलता और जोखिम नहीं उठाता, तो भी वह हार सकता है। पीएम मोदी ने कहा कि मुझे लगता है कि मेरी जोखिम लेने की क्षमता का पूरा उपयोग नहीं हुआ है। मुझे अपने फायदे की परवाह नहीं है और इससे मेरी जोखिम लेने की क्षमता बढ़ती है।
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