BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर को गुरुवार को स्वच्छता और आधुनिक परिवहन के क्षेत्र में बड़ी सौगात मिली। मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने ब्रिलियंट कन्वेंशन सेंटर से 50 इलेक्ट्रिक एसी बसों का उद्घाटन किया। यह कदम ग्रीन मोबिलिटी को बढ़ावा देने और शहर में लास्ट माइल कनेक्टिविटी सुधारने के उद्देश्य से उठाया गया है।
स्वच्छता मित्रों के सम्मान में स्नेह भोज
सीएम यादव ने इस अवसर पर शहर के स्वच्छता मित्रों के साथ स्नेह भोज भी किया। उन्होंने कहा कि इंदौर के स्वच्छता कर्मी हर बार शहर को नंबर वन बनाते हैं और देश में स्वच्छता के क्षेत्र में मिसाल पेश करते हैं। उन्होंने स्वच्छता और शहर की समृद्धि को जोड़ते हुए कहा कि इंदौर का स्वच्छता से सात जन्मों का नाता बन चुका है।
50 इलेक्ट्रिक बसों की विशेषताएँ
इन बसों की कुल लागत 60 करोड़ रुपये है, यानी एक बस की कीमत लगभग 1.2 करोड़ रुपए है। बसें नेट-कास्ट मॉडल पर संचालित की जाएंगी और 180 किलोमीटर प्रतिदिन चल सकेंगी। इसके तहत सरकार को ऑपरेशन कॉस्ट में लाभ और AMRUT के अंतर्गत 40 प्रतिशत वीजीएफ मिलेगा। इन बसों के संचालन से शहर में आधुनिक, पर्यावरण हितैषी परिवहन की सुविधा उपलब्ध होगी।
एक राष्ट्र, एक चुनाव पर जोर
कार्यक्रम में सीएम ने “एक राष्ट्र, एक चुनाव” की आवश्यकता पर भी बल दिया। उन्होंने कहा कि वोट की राजनीति के कारण चुनाव कई चरणों में बंट गए हैं, जो देश के विकास में बाधा हैं। कार्यक्रम में जस्टिस वीएस कोकजे, सांसद शंकर लालवानी, मंत्री तुलसी सिलावट, विधायक रमेश मेंदोला और महापौर पुष्यमित्र भार्गव सहित अन्य अधिकारी मौजूद थे।
डॉ. मोहन यादव ने स्पष्ट किया कि राष्ट्रनीति और चुनाव प्रक्रिया का सुधार आज समय की मांग है और भाजपा इसके महत्व को समझ रही है।