Report By: Virendra Sharma
Narwana: भारतीय सेना में तैनात सिपाही मनीष कुमार का 18 दिसंबर 2025 को पश्चिम बंगाल स्थित एयरक्राफ्ट बेस पर आकस्मिक निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही सैन्य यूनिट सहित पैतृक गांव सुलेहड़ा में शोक की लहर दौड़ गई।
शारीरिक अभ्यास के बाद अचानक बिगड़ी तबीयत
प्राप्त जानकारी के अनुसार मनीष कुमार डिफेंस सिक्योरिटी कोर (डीएससी) विंग में सेवाएं दे रहे थे। शारीरिक अभ्यास के बाद आराम के दौरान उनकी तबीयत अचानक बिगड़ गई। चिकित्सकीय जांच में शरीर की नस फटने को मृत्यु का कारण बताया गया।
2016 में सेना में हुए थे भर्ती
मनीष कुमार मूल रूप से गांव सुलेहड़ा, उपमंडल नरवाना के निवासी थे। वर्ष 2016 में उन्होंने सिख रेजीमेंट (टीए ब्रांच) के माध्यम से भारतीय सेना जॉइन की थी। उन्होंने जालंधर में प्रशिक्षण प्राप्त किया और वर्तमान में सिपाही के पद पर कार्यरत थे। उनके परिवार में पिता जगदीश सिंह, माता सुदेश, पत्नी सुशीला और भाई सोनू हैं।
गांव सुलेहड़ा में सैन्य सम्मान के साथ अंतिम विदाई
जवान का पार्थिव शरीर 19 दिसंबर 2025 को सैनिक सम्मान के साथ गांव सुलेहड़ा लाया गया। पूरे सैन्य सम्मान के साथ अंतिम संस्कार किया गया। उनके छोटे भाई सोनू ने चिता को मुखाग्नि दी।

21 राउंड फायर कर दी गई सलामी
अंतिम संस्कार से पहले नायब तहसीलदार रणवीर सिंह ने प्रशासन की ओर से पुष्प चक्र अर्पित किया। विभिन्न सामाजिक संगठनों, जनप्रतिनिधियों और गणमान्य लोगों ने भी श्रद्धांजलि दी। सेना के जवानों ने 21 राउंड फायर कर दिवंगत सैनिक को अंतिम सलामी दी।
नारों के बीच निकली शव यात्रा, गांव में मातम
गांव पहुंचने पर हजारों की संख्या में ग्रामीण और युवा शव यात्रा में शामिल हुए। भारत माता की जय, इंकलाब जिंदाबाद और मनीष कुमार अमर रहे के नारों से माहौल गूंज उठा। पूरे गांव में शोक का माहौल रहा और अंतिम संस्कार के समय हर आंख नम नजर आई।





