मुख्यमंत्री फडणवीस ने 3 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की
नागपुर। महाराष्ट्र की बेटी और विश्व शतरंज चैंपियन ग्रैंडमास्टर दिव्या देशमुख का नागपुर में भव्य नागरिक अभिनंदन किया गया। कविवर्य सुरेश भट्ट सभागार में आयोजित इस समारोह का आयोजन स्कूली शिक्षा एवं खेल विभाग तथा महाराष्ट्र शतरंज संघ के सहयोग से हुआ।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने दिव्या को सम्मानित करते हुए उन्हें 3 करोड़ रुपये की राशि प्रदान की। वहीं महाराष्ट्र शतरंज संघ ने 11 लाख रुपये और मप्र खेल महोत्सव समिति ने भी उन्हें सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने कही प्रेरणादायक बातें
मुख्यमंत्री फडणवीस ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार हमेशा खेल क्षेत्र को प्राथमिकता देती रही है। उन्होंने कहा:
- “खिलाड़ियों को बड़े लक्ष्य हासिल करने के लिए तकनीकी प्रशिक्षण, पौष्टिक भोजन और विदेशी प्रशिक्षकों का मार्गदर्शन आवश्यक है।”
- “शतरंज में चीन का दबदबा था, लेकिन कोनेरू हम्पी और दिव्या देशमुख ने इसे तोड़ा।”
- “दिव्या ने केवल 19 साल की उम्र में विश्व शतरंज चैंपियनशिप का फाइनल जीतकर महान उपलब्धि हासिल की है।”
उन्होंने विश्वास व्यक्त किया कि दिव्या की सफलता देशभर के हजारों बच्चों को प्रेरणा देगी।
समारोह में शामिल हुए दिग्गज
इस मौके पर खेल एवं युवा कल्याण मंत्री एडवोकेट माणिकराव कोकाटे, वित्त एवं योजना राज्य मंत्री एडवोकेट आशीष जायसवाल, विधायक संदीप जोशी, अभिजीत वंजारी, प्रवीण दटके, कृष्णा खोपड़े, महाराष्ट्र शतरंज संघ के अध्यक्ष व विधायक डॉ. परिणय फुके, खेल विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव अनिल दिग्गीकर, खेल एवं युवा सेवा आयुक्त शीतल तेली-उगले, पुलिस आयुक्त डॉ. रवींद्र सिंगल, जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर, नगर निगम आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी, जिला परिषद के सीईओ विनायक महामुनि, दिव्या के माता-पिता डॉ. जितेंद्र देशमुख और डॉ. नम्रता देशमुख सहित बड़ी संख्या में शतरंज खिलाड़ी और नागपुरवासी मौजूद रहे।
दिव्या की सफलता का महत्व
शतरंज 100 से अधिक देशों में खेला जाता है और इसमें एकाग्रता, सतर्कता और धैर्य की विशेष आवश्यकता होती है। दिव्या ने इतनी कम उम्र में ही इन गुणों के साथ विश्व पटल पर भारत का नाम रोशन किया है।