डॉक्टर मोहन यादव के पास मुख्यमंत्री पद की बागडोर आने के बाद महाकाल की नगरी उज्जैन से क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलनों की जिस श्रृंखला का शुभारंभ हुआ उसकी तीसरी कड़ी के रूप में बीते दिनों ग्वालियर में आयोजित किए गए क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलन ने सफलता के नए आयाम स्थापित किए हैं। उज्जैन, जबलपुर और ग्वालियर में अब तक आयोजित किए गए। विभिन्न रीजनल कॉन्क्लेव के साथ मुम्बई, बेंगलुरू और कोयम्बटूर में किये रोड शो के माध्यम से कुल 1 लाख 80 हजार करोड रुपये के प्रस्ताव मिले हैं, जिससे लगभग डेढ़ लाख व्यक्तियों को रोजगार मिलेगा।
इसमें दो राय नहीं कि भोपाल में अगले साल फरवरी में होने वाली ग्लोबल इंवेस्टर्स समिट की पृष्ठभूमि तैयार करने में इन सभी रीजनल इंडस्ट्रियल कॉन्क्लेव की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। यही वजह है कि मुख्यमंत्री मोहन यादव ने साल 2025 को मध्यप्रदेश में औदयोगिक वर्ष के रूप में मनाने की घोषणा की है। मध्यप्रदेश के इतिहास में किसी वर्ष को उद्योग वर्ष के रूप में मनाए जाने का संभवतः यह पहला अवसर होगा। मोहन यादव सरकार की यह योजना राज्य में नए औद्योगिक वातावरण के निर्माण का मार्ग प्रशस्त करेगी। मुख्यमंत्री का मानना है कि भारत विश्व की तीसरी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था बनने की दिशा में तेजी से आगे बढ़ रहा है और इसमें मध्यप्रदेश महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।
मध्यप्रदेश भौगोलिक दृष्टि से औद्योगिक निवेश के लिए पूरी तरह अनुकूल है। यहां बेहतर रोड और रेल कनेक्टिविटी के साथ ही पर्याप्त कुशल मानव संसाधन उपलब्ध हैं। बीते दिनों देवास में आयोजित अखिल भारतीय उद्योग सम्मेलन में उन्होंने देश के बड़े उद्योगपतियों को तसल्ली दिलाई कि राज्य सरकार मध्यप्रदेश में निवेश करने के लिए यहां उन्हें हर तरह की सुविधा उपलब्ध कराएगी। क्षेत्रीय उद्योग सम्मेलनों की अगली कड़ी में बुंदेलखंड के शहर सागर में 27 सितम्बर को होना प्रस्तावित है।
सैन्य और शिक्षा की दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण सागर शहर भी अब आधुनिकता की दौड़ में सरपट भागने को तैयार है। हालांकि मध्यप्रदेश में लालफीताशाही हमेशा ही चर्चा का विषय बनी रही और प्रदेश की सरकार नौकरशाह चलाते हैं, लेकिन पिछले आठ महीने के कार्यकाल के दौरान मोहन सरकार शासन और प्रशासन के सम्मिलित प्रयासों से मध्यप्रदेश में निवेशकों के लिए रेड कारपेट बिछाने ने नए दौर की शुरुआत हो रही है। जाहिर है मध्यप्रदेश में निवेश के द्वार खुल रहे हैं, और प्रदेश विकास के पथ पर अग्रसर है।