मध्यप्रदेश में जुलाई के पहले ही पखवाड़े में मूसलधार बारिश ने हालात बिगाड़ दिए हैं। लगातार बारिश के चलते डैम ओवरफ्लो हो रहे हैं, नदियां उफान पर हैं और कई जिलों में बाढ़ जैसी स्थिति बन गई है। मौसम विभाग ने 17 जिलों में आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।
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अब तक कितनी बारिश हुई?
- राज्य में औसतन 18 इंच बारिश हो चुकी है, जो कुल मानसूनी कोटे का आधा है।
- निवाड़ी जिले में 103% बारिश रिकॉर्ड की गई है।
- मंडला और टीकमगढ़ जैसे जिलों में भी 75% तक बारिश हो चुकी है।
- 16 जून को मानसून की एंट्री के बाद से लगातार तेज बारिश का सिलसिला जारी है।
कहां-कहां बनी बाढ़ जैसी स्थिति?
श्योपुर और शिवपुरी ज़िले सबसे ज़्यादा प्रभावित:
- श्योपुर के गांवों में पानी भर गया, अस्पताल और दुकानों में भी जलभराव।
- विजयपुर में क्वारी नदी उफनी, जिससे आगरा जाने वाला रास्ता बंद हुआ।
- शिवपुरी के अटल सागर डैम के 6 गेट खोलकर 1500 क्यूसेक पानी छोड़ा गया।
अन्य जिलों का हाल:
- मंडला में 9 घंटे में 2 इंच बारिश, घरों-दुकानों में पानी घुसा।
- टीकमगढ़ में बारिश के चलते मकान ढह गया, 3 भैंसों की मौत।
- रायसेन में नालों के बीच मड रैली हुई।
- भोपाल में दोपहर के वक्त तेज बारिश का दौर चला।
- गुना में बारिश से झरने बहने लगे।
मौसम खराब क्यों है? जानें वैज्ञानिक की राय
मौसम वैज्ञानिक अरुण शर्मा ने बताया कि:
- मध्यप्रदेश से एक मानसून ट्रफ गुजर रही है।
- साथ ही लो प्रेशर एरिया (कम दबाव का क्षेत्र) भी एक्टिव है।
- इसके चलते अगले चार दिनों तक तेज बारिश की संभावना बनी हुई है।
अलर्ट वाले जिले (मंगलवार, 15 जुलाई 2025)
मौसम विभाग ने जिन जिलों में भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है, उनमें शामिल हैं:
- भोपाल
- ग्वालियर
- इंदौर
- जबलपुर
- शिवपुरी
- श्योपुर
- टीकमगढ़
- सागर
- सिवनी
- सीहोर
- देवास
- उज्जैन
- रतलाम
- विदिशा
- दतिया
- गुना
- राजगढ़
राज्यभर से बारिश की कुछ ताजा तस्वीरें:
- गुना में झरने फूट पड़े।
- श्योपुर में जलभराव से रास्ते बंद।
- टीकमगढ़ में मकान गिरने से पशु हानि।
अगले 4 दिन रहें सतर्क
मध्यप्रदेश में मानसून ने रफ्तार पकड़ ली है। जिन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी है, वहां के नागरिकों को सतर्क रहने की जरूरत है। सरकारी एजेंसियां अलर्ट पर हैं, लेकिन स्थानीय निवासियों को भी जलभराव और तेज बहाव वाले क्षेत्रों से दूर रहना चाहिए।





