BY: Yoganand Shrivastva
नई दिल्ली | संसद के मॉनसून सत्र का आज आखिरी दिन था, लेकिन दोनों सदनों में हंगामे के चलते कार्यवाही नहीं चल सकी। विपक्ष बिहार SIR मुद्दे पर चर्चा की मांग पर अड़ा रहा और लगातार नारेबाजी करता रहा। इस पर लोकसभा अध्यक्ष ओम बिरला ने विपक्षी सांसदों को फटकार लगाई और आखिरकार सदन की कार्यवाही अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दी गई। इस दौरान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी सदन में मौजूद थे।
लोकसभा अध्यक्ष की नाराज़गी
स्पीकर ओम बिरला ने कहा कि पूरे सत्र के दौरान मात्र 37 घंटे ही चर्चा हो पाई। इसमें लोकसभा ने 12 विधेयक पास किए और सिर्फ 55 सवालों के मौखिक उत्तर दिए जा सके। उन्होंने विपक्षी दलों पर आरोप लगाया कि उनका आचरण लोकतंत्र और संसदीय परंपराओं के अनुरूप नहीं रहा।
विपक्ष का हंगामा जारी
गुरुवार सुबह कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सांसद बिहार SIR पर चर्चा कराने की मांग को लेकर हंगामा करने लगे। इसके चलते लोकसभा की कार्यवाही पहले 12 बजे तक और राज्यसभा की कार्यवाही दोपहर 2 बजे तक स्थगित करनी पड़ी। बाद में हंगामा जारी रहने पर लोकसभा को अनिश्चितकाल के लिए स्थगित कर दिया गया।
130वें संविधान संशोधन पर घमासान
130वें संविधान संशोधन बिल ने सियासी हलचल और बढ़ा दी। विपक्ष का आरोप है कि इसके प्रावधानों का इस्तेमाल सरकारें विपक्षी नेताओं को निशाना बनाने के लिए कर सकती हैं और इससे राज्यों के अधिकार कमज़ोर होंगे। वहीं, इस मुद्दे पर बिहार की सियासत भी गरमा गई है—तेजस्वी यादव ने इसका विरोध किया जबकि प्रशांत किशोर समर्थन में उतर आए।
विपक्ष ने फाड़ीं कॉपियां
बुधवार को जब गृहमंत्री अमित शाह ने तीन विधेयक पेश किए तो विपक्षी सांसदों ने उसकी प्रतियां फाड़ दीं और कागज़ सदन में फेंक दिए। हालांकि, इसी दौरान ऑनलाइन गेमिंग (प्रमोशन और रेगुलेशन) बिल 2025 लोकसभा में पास हो गया, जिसमें ऑनलाइन मनी गेम्स पर पूरी तरह प्रतिबंध लगाने का प्रावधान है।
राज्यसभा में पेश होगा गेमिंग बिल
सरकार चाहती है कि इस सत्र के खत्म होने से पहले ऑनलाइन गेमिंग बिल राज्यसभा से भी पास हो जाए। चूंकि आज आखिरी दिन था, इसलिए सरकार ने पूरी ताकत झोंक दी थी। दूसरी ओर, विपक्ष भी वोटर रिविज़न और बिहार SIR को लेकर सड़क से संसद तक विरोध जताने में जुटा रहा।





