मोहन सरकार ने फिर कर्ज लिया: रंगपंचमी के दिन सरकार ने चालू वित्तीय वर्ष में 11वीं बार कर्ज ले लिया। इस बार 6 हजार करोड़ रुपए का कर्ज तीन किस्तों में लिया गया है। सरकार इस कर्ज को 7 साल, 21 साल और 24 साल में चुकाएगी।
12 मार्च को सरकार ने विधानसभा में बजट पेश किया था, और उसके सिर्फ 7 दिन बाद ही फिर से कर्ज ले लिया गया। यह मार्च महीने में तीसरी बार है जब सरकार ने कर्ज लिया है।
तीन अलग-अलग किस्तों में लिया गया कर्ज
सरकारी रिकॉर्ड के मुताबिक, मार्च की शुरुआत में 5 तारीख को 2000-2000 करोड़ रुपए का कर्ज तीन किस्तों में लिया गया था। इसके बाद 12 मार्च को दो किस्तों में और फिर 19 मार्च को तीन किस्तों में कर्ज लिया गया।
राज्य का कुल कर्ज अब बजट से भी ज्यादा हो गया है। 2026 तक राज्य का कर्ज 4.99 लाख करोड़ रुपए तक पहुंचने का अनुमान है, जबकि नए वित्तीय वर्ष के लिए सरकार ने सिर्फ 4.21 लाख करोड़ रुपए का बजट पेश किया है।
कांग्रेस ने मनाई “कर्ज की होली”
इस कर्ज को लेकर कांग्रेस ने विरोध जताया है। बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने “कर्ज पंचमी” मनाई। वरिष्ठ नेता मनोज शुक्ला के नेतृत्व में भोपाल में कार्यकर्ताओं ने राहगीरों को गुलाल लगाकर कर्ज के बारे में जागरूक किया।
कांग्रेस का आरोप है कि सरकार भ्रष्टाचार को बढ़ावा देने के लिए कर्ज ले रही है। कार्यकर्ताओं ने तख्तियां लेकर सरकार से सवाल किया कि “कर्ज की रकम कहां जा रही है?”
Ye Bhi Dekhe – नवरोज़ पर क्यों रखी जाती हैं सात ‘स’ वाली चीजें? ये है हफ्त सिन का गहरा रहस्य!