BY: Yoganand Shrivastva
लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की सुप्रीमो मायावती ने शनिवार को बड़ा कदम उठाते हुए अपने समधी और पूर्व राज्यसभा सांसद अशोक सिद्धार्थ को पार्टी में वापस लेने का ऐलान किया। मायावती ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ (पूर्व ट्विटर) पर पोस्ट कर इस फैसले की जानकारी साझा की।
गौरतलब है कि अशोक सिद्धार्थ को कुछ महीने पहले पार्टी विरोधी गतिविधियों के आरोप में बसपा से निष्कासित कर दिया गया था। शनिवार को उन्होंने सोशल मीडिया पर लंबा पोस्ट लिखकर मायावती से माफी मांगी और पार्टी व बहुजन मूवमेंट के प्रति निष्ठावान रहने का आश्वासन दिया। इसके बाद मायावती ने उन्हें माफ करते हुए पुनः बीएसपी में शामिल कर लिया।
आकाश आनंद के बाद समधी को भी पार्टी में वापसी
हाल ही में मायावती ने अपने भतीजे और पार्टी के राष्ट्रीय समन्वयक आकाश आनंद को भी वापस पार्टी में लिया था। अब उनके ससुर अशोक सिद्धार्थ की भी पार्टी में वापसी के साथ यह साफ हो गया है कि बीएसपी आगामी चुनावों से पहले अपने पुराने नेताओं को फिर से एकजुट कर रही है।
मायावती का पोस्ट: “पार्टी हित में दिया दूसरा मौका”
मायावती ने एक्स पर पोस्ट करते हुए लिखा कि अशोक सिद्धार्थ को उनकी गलती का एहसास पहले ही हो चुका था और वे लगातार विभिन्न स्तरों पर पश्चाताप जता रहे थे। मायावती ने लिखा:
“आज उन्होंने सार्वजनिक तौर पर अपनी गलती स्वीकार की और बहुजन समाज व बीएसपी मूवमेंट के प्रति पूर्ण निष्ठा से काम करने का आश्वासन दिया। इसको देखते हुए पार्टी और आंदोलन के हित में उन्हें एक और मौका देने का निर्णय लिया गया है। उनका निष्कासन तत्काल प्रभाव से रद्द कर उन्हें पार्टी में शामिल किया जाता है।”
“पूरे समर्पण से करेंगे काम”
बीएसपी प्रमुख ने उम्मीद जताई कि अशोक सिद्धार्थ पार्टी के अन्य कार्यकर्ताओं की तरह पूरे तन-मन-धन से बहुजन समाज के हित और बाबा साहब भीमराव अंबेडकर के विचारों को आगे बढ़ाने में योगदान देंगे। उन्होंने कहा कि बीएसपी का लक्ष्य शोषित समाज को सशक्त बनाना और उसे प्रदेश व देश की सत्ता में हिस्सेदारी दिलाना है।