ग्वाटेमाला के घने जंगलों में पुरातत्वविदों ने हाल ही में माया सभ्यता से जुड़ी एक अत्यंत महत्वपूर्ण खोज की है। यह खोज न केवल ऐतिहासिक दृष्टि से अहम है, बल्कि इससे माया सभ्यता की उत्पत्ति, विकास और धार्मिक प्रथाओं के बारे में नई जानकारी सामने आने की उम्मीद है।
माया सभ्यता: एक संक्षिप्त परिचय
माया सभ्यता का उदय लगभग 2000 ईसा पूर्व हुआ और यह 400 से 900 ईस्वी के बीच अपने चरम पर थी। यह सभ्यता आधुनिक दक्षिणी मैक्सिको, ग्वाटेमाला, बेलीज, अल सल्वाडोर और होंडुरास तक फैली थी। माया लोग उन्नत खगोलशास्त्र, गणित, लेखन प्रणाली और भव्य स्थापत्य के लिए प्रसिद्ध थे।
लॉस अबुएलोस: एक प्राचीन माया शहर की खोज
ग्वाटेमाला और स्लोवाक पुरातत्वविदों की एक टीम ने आक्सैक्टुन राष्ट्रीय पार्क के पास एक विशाल माया शहर के अवशेषों की खोज की है। यह शहर करीब 16 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है और इसका नाम लॉस अबुएलोस (स्पेनिश में “दादा-दादी”) रखा गया है।
मुख्य विशेषताएं:
- 33 मीटर ऊंचा पिरामिड, जिसमें सुंदर भित्ति चित्र और एक जटिल नहर प्रणाली है।
- पूर्व-क्लासिक काल (800-500 ईसा पूर्व) का एक महत्वपूर्ण औपचारिक केंद्र।
- शानदार वास्तुशिल्प और अद्वितीय आइकनोग्राफी वाले स्मारक।
- साइट पर मिली दो मानव मूर्तियां, जो 500-300 ईसा पूर्व की हैं और धार्मिक अनुष्ठानों से जुड़ी हो सकती हैं।
- यह शहर उआक्सैक्टुन नामक प्रसिद्ध पुरातात्विक स्थल से लगभग 21 किलोमीटर दूर स्थित है।
लॉस अबुएलोस: नाम रखने के पीछे की कहानी
साइट का नाम ‘लॉस अबुएलोस’ इसलिए रखा गया क्योंकि वहां एक पूर्वज जोड़े की मानव आकृतियां मिलीं, जिन्हें संभवतः पूजा स्थलों पर स्थापित किया गया था। यह नाम इस बात की ओर इशारा करता है कि यह स्थल माया सभ्यता के पूर्वजों और आध्यात्मिक विश्वासों से गहराई से जुड़ा हुआ था।
माया सभ्यता के अवशेष क्यों महत्वपूर्ण हैं?
माया सभ्यता के स्थल:
- इतिहास को समझने की प्रामाणिक खिड़की होते हैं।
- प्राचीन संस्कृति, जीवनशैली और सामाजिक ढांचे को उजागर करते हैं।
- ग्वाटेमाला जैसे देशों में पुरातात्विक पर्यटन को बढ़ावा देते हैं।
टिकल में भी हुई थी एक बड़ी खोज
अप्रैल 2025 में, ग्वाटेमाला के एक अन्य प्रमुख स्थल टिकल में वैज्ञानिकों ने टेओतिहुआकान संस्कृति से जुड़ी 1,000 साल पुरानी वेदी की खोज की थी। यह खोज दो अलग-अलग सभ्यताओं के बीच सांस्कृतिक और व्यापारिक संबंधों का संकेत देती है। टिकल, आक्सैक्टुन से केवल 23 किलोमीटर की दूरी पर स्थित है और एक प्रमुख पर्यटन स्थल भी है।
निष्कर्ष: इतिहास में एक नई झलक
लॉस अबुएलोस की यह खोज माया सभ्यता के शुरुआती दौर के रहस्यों को उजागर करने में मदद कर सकती है। यह खोज न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह क्षेत्रीय और वैश्विक इतिहास के पन्नों में एक नया अध्याय जोड़ती है।