BY: Yoganand Shrivastva
बॉलीवुड में शाहरुख खान के साथ डेब्यू करना कई अभिनेत्रियों के लिए करियर की सबसे बड़ी शुरुआत मानी जाती है। अनुष्का शर्मा और दीपिका पादुकोण जैसी कई अदाकाराओं ने इसी रास्ते पर चलते हुए इंडस्ट्री में अपनी खास जगह बनाई। लेकिन एक ऐसी भी अभिनेत्री रहीं, जिन्होंने किंग खान के साथ पर्दे पर डेब्यू तो किया, पर वही फिल्म उनके फिल्मी करियर की शुरुआत और अंत दोनों बन गई। वो एक्ट्रेस थीं गायत्री जोशी, जिन्होंने फिल्म ‘स्वदेश’ में शाहरुख के साथ अभिनय किया और दर्शकों के दिलों में अपनी सादगी से अमिट छाप छोड़ी।
‘स्वदेश’ – एक क्लासिक फिल्म, एक यादगार किरदार
साल 2004 में रिलीज़ हुई ‘स्वदेश’ को आज भी शाहरुख खान की सबसे अर्थपूर्ण फिल्मों में गिना जाता है। फिल्म में उन्होंने एक एनआरआई वैज्ञानिक का किरदार निभाया जो अपने देश लौटकर समाज में बदलाव लाने की कोशिश करता है। इसी फिल्म में गायत्री जोशी ने ‘गीता’ नाम की शिक्षिका का किरदार निभाया, जो गांव में रहकर बच्चों को पढ़ाती है। उनकी सादगी, अभिनय और गंभीरता ने दर्शकों का दिल जीत लिया। लेकिन जब सबको लगा कि ये एक्ट्रेस लंबी रेस की खिलाड़ी बनेगी, तभी उन्होंने अचानक ग्लैमर वर्ल्ड से किनारा कर लिया।
क्यों छोड़ा फिल्मी करियर?
‘स्वदेश’ के बाद जहां उनके पास कई फिल्म ऑफर्स आए, वहीं गायत्री ने एक्टिंग करियर को बढ़ाने के बजाय निजी जीवन को प्राथमिकता दी। उन्होंने भारत के जाने-माने कारोबारी विकास ओबेरॉय से शादी की और बॉलीवुड को अलविदा कह दिया। विकास ओबेरॉय भारत की एक प्रमुख रियल एस्टेट कंपनी के मालिक हैं, जिनकी संपत्ति का मूल्य लगभग ₹50,000 करोड़ बताया जाता है। वे मुंबई के वेस्टिन होटल समेत कई लग्जरी प्रोजेक्ट्स के मालिक हैं।
शाही अंदाज़ में जीती हैं ज़िंदगी
गायत्री जोशी आज एक बेहद आलीशान जीवन जी रही हैं। उनका मुंबई स्थित बंगला करीब 16,000 स्क्वायर फीट में फैला हुआ है, जिसकी अनुमानित कीमत लगभग ₹400 करोड़ है। इस भव्य घर में पाँच बेडरूम हैं, और हर कोना बेहतरीन इंटीरियर से सजा है। उनके पास महंगी गाड़ियों का कलेक्शन, डिज़ाइनर कपड़े और दुनिया भर की यात्रा का शौक है।
मॉडलिंग से फिल्मों तक, फिर एक नई राह
फिल्मों में आने से पहले गायत्री एक सफल मॉडल भी रह चुकी हैं। उन्होंने 1999 में मिस इंडिया प्रतियोगिता में हिस्सा लिया और भारत का प्रतिनिधित्व मिस इंटरनेशनल में किया। कई नामचीन ब्रांड्स के लिए मॉडलिंग और विज्ञापन करने के बाद उन्होंने ‘स्वदेश’ के जरिए फिल्मों में कदम रखा और एक ही फिल्म से दर्शकों के दिलों में बस गईं।
एक फिल्म, एक पहचान
भले ही गायत्री जोशी का फिल्मी करियर केवल एक फिल्म तक सीमित रहा, लेकिन ‘स्वदेश’ में निभाया गया उनका किरदार आज भी दर्शकों को याद है। उन्होंने करियर की चमक-दमक के बजाय एक शांत, संतुलित और निजी ज़िंदगी को चुना। आज वे उन चंद लोगों में गिनी जाती हैं जिन्होंने ग्लैमर से दूर रहकर भी अपने काम और शख्सियत से एक अलग पहचान बनाई है।





