भारत पर तीन बड़े आतंकवादी हमलों के मास्टरमाइंड और टॉप लश्कर-ए-तैयबा (Lashkar-e-Taiba) कमांडर Abu Saiyullah (असल नाम: Razaullah Nizamani) को पाकिस्तान के सिंध प्रांत में अज्ञात बंदूकधारियों ने मार गिराया। यह घटना भारतीय सुरक्षा एजेंसियों के लिए एक बड़ी रणनीतिक जीत के रूप में देखी जा रही है, खासकर उस समय जब भारत ने हाल ही में ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के तहत 100 से ज्यादा आतंकियों को खत्म किया है।
🧨 कौन था Abu Saiyullah?
Abu Saiyullah उर्फ Razaullah Nizamani लश्कर-ए-तैयबा का एक शीर्ष आतंकी था, जो भारत में निम्नलिखित तीन बड़े हमलों का मास्टरमाइंड रहा है:
- 2001: उत्तर प्रदेश के रामपुर में CRPF कैंप पर हमला
- 2005: बेंगलुरु में Indian Science Congress पर हमला
- 2006: नागपुर स्थित RSS मुख्यालय पर आतंकी हमला
इन तीनों हमलों में भारतीय सुरक्षा बलों और आम नागरिकों को गंभीर नुकसान पहुंचा था।
📍 कहां और कैसे मारा गया?
Abu Saiyullah की सुरक्षा पाकिस्तान सरकार की ओर से दी गई थी, लेकिन इसके बावजूद वह सिंध के मटली इलाके में अपने घर से निकलते समय एक क्रॉसिंग पर अज्ञात हमलावरों द्वारा गोली मारा गया। यह घटना पाकिस्तान में आतंकी नेटवर्क की भीतरी लड़ाइयों और अस्थिरता को भी दर्शाती है।
🔴 ऑपरेशन सिंदूर: भारत की बड़ी कार्रवाई
इस घटना से कुछ ही दिन पहले, भारतीय सशस्त्र बलों ने ‘Operation Sindoor’ के तहत पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर और आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक्स की एक श्रृंखला चलाई थी।
इस ऑपरेशन में मारे गए अन्य बड़े आतंकी:
- Yusuf Azhar
- Abdul Malik Rauf
- Mudassir Ahmad
ऑपरेशन की अन्य खास बातें:
- लश्कर-ए-तैयबा का मुख्यालय Muridke (पाकिस्तान) में टारगेट किया गया।
- जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का बेस Bahawalpur में भी हमलों की चपेट में आया।
- ये हमले भारत ने उच्च स्तरीय इंटेलिजेंस और सटीक मिसाइल स्ट्राइक से किए।
🇮🇳 भारत की रणनीति: आतंक के नेटवर्क पर करारा वार
इन कार्रवाइयों ने पाकिस्तान के सैन्य प्रतिष्ठानों और आतंकी संगठनों के गठजोड़ को बड़ा झटका दिया है। भारत की नई रणनीति केवल सीमा पर जवाब देने की नहीं, बल्कि आतंक के स्रोत को खत्म करने की है।
यह भी साबित होता है कि भारत अब आतंकियों को उनकी सुरक्षित ठिकानों में भी बख्शने वाला नहीं है।
❓ क्यों महत्वपूर्ण है यह घटना?
- यह घटना दर्शाती है कि अब आतंकवादियों के लिए पाकिस्तान भी सुरक्षित पनाहगाह नहीं रहा।
- भारत की अंतरराष्ट्रीय छवि एक निर्णायक और सशक्त राष्ट्र के रूप में उभरी है।
- यह उन लोगों के लिए भी चेतावनी है जो भारत पर हमले की योजना बनाते हैं।
✍️ निष्कर्ष
Abu Saiyullah की हत्या केवल एक आतंकी का अंत नहीं, बल्कि भारत की नई सुरक्षा नीति का ऐलान है। यह संकेत है कि जो भी भारत के खिलाफ साजिश करेगा, उसे अब कहीं भी सुरक्षित पनाह नहीं मिलेगी। ऑपरेशन सिंदूर और ऐसी ही कार्रवाइयों से भारत ने आतंक के खिलाफ अपनी जीरो टॉलरेंस नीति को साफ कर दिया है।