जेडीयू नेता केसी त्यागी ने पार्टी प्रवक्ता पद से इस्तीफा दे दिया है। केसी त्यागी की जगह राजीव रंजन प्रसाद नए पार्टी प्रवक्ता नियुक्त किए गए हैं। इसी मामले पर राजीव रंजन ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने मीडिया से बातचीत में कहा, “उन्होंने (केसी त्यागी) निजी और व्यक्तिगत कारणों से इस्तीफा दिया है। पार्टी के वरिष्ठ नेता हैं और पार्टी के साथ हैं। जहां तक हमारी नियुक्ति का सवाल है तो पार्टी ने पूर्व में भी जो जिम्मेदारी दी है उसको ईमानदारी के साथ मैंने किया है। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के प्रति आभारी हूं। निःसंदेह जो पार्टी की अपेक्षाएं हैं उस कसौटी पर मैं खड़ा उतरने की कोशिश करूंगा।”
केसी त्यागी का बयान पड़ा भारी
केसी त्यागी के इस्तीफे के पीछे का कारण क्या है इसका खुलासा तो बाद में होगा। लेकिन फिलहाल जेडीयू संगठन में बड़े बदलाव हो रहे हैं। त्यागी कई बार ऐसे बयान दे देते हैं जिनके कारण एनडीए गठबंधन के सूत्रधार बीजेपी असहज हो जाती है। बताया जा रहा है कि, कई मौकों पर किसी त्यागी ने पार्टी के वरिष्ठ नेतृत्व से सलाह लिए बिना बयान जारी किया है।
सुप्रीम कोर्ट का एससी/एसटी आरक्षण पर दिया गया फैसला हो या विदेश नीति हर बार केसी त्यागी ने अपने बयानों से एनडीए के अंदर स्थिति थोड़ी असहज से बना दी थी। पार्टी नेतृत्व के लिए पानी सिर से ऊपर तब चला गया जब केसी त्यागी, INDIA गठबंधन के साथ सुर से सुर मिलाते नजर आएं।
जाति जनगणना के पक्ष में भी दिया था बयान
सुप्रीम कोर्ट द्वारा पटना उच्च न्यायालय के आदेश पर रोक लगाने से इनकार करने के बाद टिप्पणी करते हुए, जिसमें कोटा बढ़ाने के लिए बिहार सरकार की दलीलों को खारिज कर दिया गया था, त्यागी ने कहा था कि जेडी(यू) देश में जाति आधारित जनगणना के पक्ष में है, जो कि भारत ब्लॉक पार्टियों द्वारा रखी गई एक प्रमुख मांग है। इसके बाद पार्टी के कई नेताओं ने इस बयान पर नाराजगी जताई थी।