रिपोर्ट— मूलचंद खींची
नीमच। नीमच में जनसुनवाई के दौरान एसडीएम से उंची आवाज में अपनी समस्या बताने वाले किसान को छह घंटे थाने में भूखे—प्यासें रहने के बाद इंसाफ मिला है। एक किसान को एसडीएम के सामने उंची आवाज में बात करने की सलाखों के पीछे धकेलने की खबर पूरे देश में सूर्खियों में रही। जब मीडिया में मामला उठा तो कलेक्टर हिमांशु चंद्रा ने तुरंत एक्शन लिया। ताबडतोड तरीके से पीडित किसान को बुलाकर लंबे समय से जमीन के बंटाकन का प्रकरण स्वीकृत कर दिया। यही नहीं प्रशासन की धूमिल होती छवि को डेमेज कंट्रोल करने के लिए जनसंपर्क विभाग द्वारा प्रेस नोट जारी कर किसान को संतुष्ट किए जाने की बात कही है।
नीमच जिला मुख्यालय से करीब 8 किलोमीटर दूरी पर स्थित ग्राम अडमालिया के किसान जगदीशदास बैरागी बीते मंगलवार को जनसुनवाई में जमीन के बंटाकर किए जाने की फरियाद लेकर पहुंचा था। जनसुनवाई में मौजूद एसडीएम संजीव साहू को अपनी पीडा वह उंची आवाज में बताने लगा, क्योंकि वह बीते एक साल से जमीन का बंटाकन नहीं होने की स्थिति में हताश और परेशान था। कई बार आवेदन दिए जाने के बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही थी, ऐसी स्थिति में किसान ने थोडी उंची आवाज में अपनी पीडा एसडीएम संजीव साहू के समक्ष बयां कर दी थी। इसके बाद एसडीएम ने कैंट थाने के दो पुलिसकर्मियों को बुलाकर उसे थाने भिजवा दिया। करीब छह घंटे तक किसान थाने में रहा और शाम करीब छह बजे थाने से छोडा गया। थाने से छूटने के बाद किसान ने मीडियाकर्मियों के समक्ष पूरी स्थिति को बयां किया। जब मुद्दा राष्ट्रीय स्तर पर उठा तो नीमच जिला प्रशासन जागा। पूरे देश में नीमच के जिला प्रशासन की किरकिरी होती देख कलेक्टर हिमांशु चंद्रा गंभीर हुए और किसान को अपने चैंबर में बुलाकर तुरंत आदेश करवा दिया।
कलेक्टर की सफाई— प्रशासन की कार्रवाई से अब संतुष्ट हैं जगदीश, बचाव में कहा किसान आत्मदाह की धमकी दे रहा था, इसलिए सुरक्षा की दृष्टि से थाने भेजा
जब यह मामला इलेक्ट्रॉनिक और प्रिंट मीडिया पर उछला तो प्रशासनिक अधिकारी हरकत में आ गए। गुरूवार को जनसंपर्क विभाग की तरफ से इस संबंध में प्रेस नोट जारी किया गया। जिसमें बताया गया। कलेक्टर के निर्देशों पर किसान जगदीश बैरागी की समस्या का तत्काल समाधान हो गया है और तहसीलदार द्वारा उसकी जमीन का बंटाकन कर दिया गया है, इससे अब किसान जगदीश बैरागी भी संतुष्ट हो गए हैं ।
एसडीएम नीमच संजीव साहू ने वस्तुस्थिति स्पष्ट करते हुए बताया कि कृषक जगदीश बैरागी निवासी ग्राम अडमालिया 18 मार्च 2025 को जनसुनवाई में उपस्थित हुऐ थे। जनसुनवाई कक्ष के बाहर काफी उग्र तरीके से उनके द्वारा वार्तालाप किया जा रहा था, जिस पर उपखण्ड अधिकारी (राजस्व) नीमच द्वारा उनको समझाईश देकर जनसुनवाई कक्ष में लाकर बिठाया गया व उनकी समस्या सुनी गई। जगदीश द्वारा जनसुनवाई में कहा गया कि मेरे अनुसार बटांकन किया जाये यदि ऐसी कार्यवाही नही होती है तो में आत्मदाह कर लूगा। आत्मदाह की धमकी दिये जाने के कारण सुरक्षा की दृष्टि से पुलिस अभिरक्षा में भेजा गया था। ना कि उनको अनावश्यक रूप से थाने में बैठाकर रखा गया।
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