आज (29 अप्रैल 2025) इंडसइंड बैंक के शेयरों में 2% की तेजी देखने को मिली, जबकि इससे पहले बैंक के डिप्टी CEO अरुण खुराना ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया। यह इस्तीफा बैंक के डेरिवेटिव्स पोर्टफोलियो में हुई अकाउंटिंग गड़बड़ियों के बाद आया है।
क्या हुआ था?
- मार्च 2025 में इंडसइंड बैंक ने खुलासा किया था कि उसके डेरिवेटिव्स ट्रेड्स में अकाउंटिंग लैप्स (गलत हिसाब-किताब) हुए हैं।
- एक एक्सटर्नल एजेंसी की जांच के बाद बैंक ने अनुमान लगाया कि इसका नेट वर्थ पर 2.27% (लगभग ₹1,979 करोड़) का नकारात्मक असर पड़ेगा।
- इसी जांच के बाद डिप्टी CEO अरुण खुराना ने इस्तीफा दे दिया, क्योंकि ट्रेजरी फ्रंट ऑफिस की निगरानी उनकी जिम्मेदारी थी।
बैंक की प्रतिक्रिया:
- बैंक ने कहा कि वह आंतरिक डेरिवेटिव्स ट्रेड्स को रोक चुका है।
- FY 2024-25 के फाइनेंशियल स्टेटमेंट्स में इसका असर दिखाया जाएगा।
- जिम्मेदार लोगों की पहचान करने और सीनियर मैनेजमेंट की भूमिकाओं में बदलाव किए जा रहे हैं।
शेयरों पर असर:
- पिछले एक साल में इंडसइंड बैंक के शेयर 44% गिर चुके हैं।
- लेकिन आज खबरों के बाद शेयर 2% ऊपर (₹848.95) पहुंच गए, क्योंकि निवेशकों को लगा कि बैंक समस्या को हल करने की दिशा में काम कर रहा है।
आगे क्या?
- बैंक को अपने इंटरनल कंट्रोल्स को मजबूत करना होगा।
- निवेशकों को FY25 के रिजल्ट्स पर नजर रखनी चाहिए, क्योंकि इन गड़बड़ियों का असर प्रॉफिट पर पड़ सकता है।
नोट: यह खबर सिर्फ सूचना के लिए है। निवेश से पहले अपने फाइनेंशियल एडवाइजर से सलाह लें।
Swadesh News तथ्यात्मक विश्लेषण:
- क्या गलत हुआ? → अकाउंटिंग में गड़बड़ी, जिससे बैंक को नुकसान।
- किसकी जिम्मेदारी? → डिप्टी CEO ने स्वीकारा और इस्तीफा दिया।
- अब क्या? → बैंक ने एक्शन लिया, लेकिन निवेशकों को सतर्क रहना चाहिए।
क्योंकि बैंकिंग सेक्टर में ट्रस्ट ही सबसे बड़ी पूंजी होती है!