रिपोर्टर: देवेन्द्र जायसवाल
इंदौर,मध्य प्रदेश: इंदौर नगर निगम के महापौर परिषद सदस्य मनीष शर्मा और समाजसेवी अर्पित शर्मा ने बड़ी कार्रवाई करते हुए सार्वजनिक वितरण प्रणाली (PDS) के तहत गरीबों को मिलने वाले राशन की तस्करी का भंडाफोड़ किया है। राजेन्द्र नगर केट चौराहे से एक मिनी ट्रक पकड़ा गया, जिसमें अवैध रूप से 200 कट्टे गेहूं और चावल लादे गए थे।
कैसे हुआ खुलासा?
मौके पर पकड़ी गई तस्करी
- एक मिनी ट्रक (आइसर वाहन) में अवैध तरीके से राशन ले जाया जा रहा था।
- वाहन में 200 कट्टे गेहूं और चावल लोड थे।
- यह राशन पीडीएस प्रणाली के तहत था, जिसे अवैध रूप से एकत्र कर दूसरे स्थान पर बेचने की योजना बनाई गई थी।
प्रारंभिक जांच में क्या सामने आया?
- ड्राइवर से पूछताछ में सामने आया कि वाहन और माल यश राठौड़ नामक व्यापारी का है, जो बेटमा क्षेत्र का निवासी है।
- योजना थी कि यह माल बेटमा भेजा जाएगा, वहां से एक बड़े वाहन में भरकर गुजरात तस्करी की जाएगी।
कौन-कौन आरोपी?
FIR दर्ज, कई नामों का खुलासा
महापौर परिषद सदस्य मनीष शर्मा ने बताया कि मामले में दो आरोपियों अबरार पिता इकबाल और मुकेश पिता डबडू के खिलाफ FIR दर्ज कराने के निर्देश दिए गए हैं।
अन्य संलिप्तता की संभावना
- खाद्य अधिकारी मोहन मारू और राहुल शर्मा को मामले की जानकारी दी गई।
- थाना स्तर पर महादेव मुवेल, एसएस गामड़ और अन्य अधिकारी जांच में जुटे।
- शुरुआती जांच में संकेत मिले हैं कि शहर और आसपास के बड़े व्यापारी भी इस नेटवर्क में शामिल हो सकते हैं।
क्यों है यह मामला गंभीर?
शासन की योजनाओं पर चोट
यह नेटवर्क गरीबों को मिलने वाले राशन को एकत्र कर उसे ऊंचे दामों पर अन्य राज्यों में बेच रहा है, जिससे शासन की योजनाएं प्रभावित हो रही हैं और गरीबों का हक छीना जा रहा है।
मनीष शर्मा की जनता से अपील
“शहरवासी यदि कहीं भी राशन की कालाबाजारी या कोई संदेहास्पद गतिविधि देखें तो तुरंत प्रशासन या पुलिस को सूचित करें। ऐसे असामाजिक तत्वों के खिलाफ कठोर कार्रवाई ज़रूरी है।”
इंदौर में की गई यह कार्रवाई न केवल एक बड़ी तस्करी योजना को उजागर करती है बल्कि यह भी संकेत देती है कि पीडीएस राशन का दुरुपयोग करने वाले एक संगठित गिरोह का संचालन हो रहा है। प्रशासन की सतर्कता और जनता की सजगता ही इस तरह की तस्करी को रोक सकती है।