भिवानी में बुधवार को कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने वोट चोरी के विरोध में कैंडल मार्च निकाला। पुराना बस स्टैंड एरिया स्थित क्राउन प्लाज़ा के पास कांग्रेसजनों ने एकत्र होकर हाथों में मोमबत्तियाँ लेकर शांतिपूर्ण मार्च निकालते हुए हांसी गेट तक पैदल यात्रा की। कैंडल मार्च के दौरान कार्यकर्ताओं ने लोकतंत्र बचाने और चुनाव प्रणाली में पारदर्शिता की मांग उठाई।
कांग्रेस के शहरी अध्यक्ष प्रदीप गुलिया ने कहा कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने हरियाणा की राजनीति में लंबे समय से चल रही भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत को उजागर किया है। उन्होंने कहा कि “राहुल गांधी ने देश के सामने बताया है कि किस तरह हरियाणा में सरकार चुराई गई और किस प्रकार वोटों में गड़बड़ी की गई। उसी मुद्दे को लेकर आज भिवानी में कैंडल मार्च आयोजित किया गया है, ताकि जनता तक यह संदेश पहुंचे कि लोकतंत्र को बचाना जरूरी है।”
गुलिया ने आगे कहा, “कांग्रेस के कार्यकर्ता भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत को जनता के सामने बेनकाब करने का काम करते रहेंगे। लोकतंत्र में चुनाव आयोग का काम निष्पक्ष बने रहना है, लेकिन यहां डिजिटल वोटर लिस्ट तक नहीं दी जाती। बिहार और अन्य राज्यों में भी लाखों वोट काटे गए, ताकि सत्ता पर पकड़ बनी रहे।”
कांग्रेस नेता कमल प्रधान ने भी कड़ी प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि वोट चोरी की घटनाओं की सुप्रीम कोर्ट के सिटिंग जज की निगरानी में जांच होनी चाहिए। उन्होंने कहा, “किसी एक घर में 500-500 वोट कैसे मिले? डबल वोट कैसे जुड़े? यह साफ तौर पर धांधली का मामला है।” उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा नेताओं का यह कहना कि यह कांग्रेस की हार है, जनता को भ्रमित करने की कोशिश है।
कांग्रेस नेता सत्यजीत पिलानिया ने कहा कि भाजपा लोकतंत्र को कमजोर कर रही है और अब समय आ गया है कि जनता स्वयं सच को पहचाने और इसका विरोध करे।
कैंडल मार्च का उद्देश्य
कांग्रेस कार्यकर्ताओं का कहना है कि यह कैंडल मार्च केवल प्रदर्शन नहीं, बल्कि लोकतंत्र को बचाने का संकल्प है। उन्होंने कहा कि आने वाले समय में ऐसे मुद्दों को लेकर पूरे प्रदेश में आंदोलन जारी रहेगा।





