BY: Yoganand Shrivastva
दिल्ली: आवारा कुत्तों को पकड़कर आश्रय स्थलों में भेजने के सुप्रीम कोर्ट के आदेश के खिलाफ विरोध और तेज हो गया है। कई संगठनों और पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने इस फैसले पर आपत्ति जताते हुए अब मंदिर और गुरुद्वारे में भी प्रार्थना का सहारा लिया है। सोमवार देर रात कार्यकर्ता हनुमान मंदिर पहुंचे और आवारा कुत्तों की सुरक्षा के लिए पूजा-अर्चना की।
मंदिर में हनुमान चालीसा का पाठ
जानकारी के अनुसार, रात 12 बजे कनॉट प्लेस स्थित हनुमान मंदिर में लगभग 200 लोग इकट्ठा हुए। यहां उन्होंने ‘आवारा नहीं, हमारा है’ लिखे बैनर लेकर हनुमान चालीसा का पाठ किया और भगवान से कुत्तों की रक्षा की प्रार्थना की। इसके बाद कार्यकर्ता जुलूस की शक्ल में बंगला साहिब गुरुद्वारे की ओर बढ़े, लेकिन पुलिस ने उन्हें बाहर ही रोक दिया।
विरोध में नई मांगें
पशु अधिकार कार्यकर्ताओं ने कहा कि लगातार प्रदर्शन से वे थक चुके हैं, इसलिए अब ईश्वर से शक्ति मांगने आए हैं। उनका कहना है कि सरकार को रात में सड़कों से बेजुबान जानवरों को उठाना बंद करना चाहिए। साथ ही, उन्होंने सुप्रीम कोर्ट से अपील की कि आवारा कुत्तों को आश्रय स्थलों में भेजने का आदेश वापस लिया जाए।
सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी
इस मामले की सुनवाई के दौरान न्यायमूर्ति जे.बी. पारदीवाला और न्यायमूर्ति आर. महादेवन की पीठ ने कहा था कि पूरी समस्या स्थानीय निकायों की लापरवाही और निष्क्रियता से उत्पन्न हुई है। वहीं, अदालत ने 11 अगस्त को दिए गए अपने कुछ दिशा-निर्देशों पर रोक लगाने की मांग वाली याचिका पर फैसला सुरक्षित रख लिया है।





