चार साल पहले पीएम मोदी ने लाॅकडाउन की घोषणा की थी। स्थिति ऐसी बनी की 15 दिन का लगाया गया लाॅकडाउन 2 साल लंबा चला, हालात बद से बदतर हो गए। लोगों को बेरोजगारी का सामना करना पड़ा। यह स्थिति पूरे विश्व ने देखी लेकिन तब हालात कुछ अलग थे। लेकिन भारत की राजधानी दिल्ली में फिर से एक बार लाॅकडाउन लगाने की स्थिति बन बैठी है, सरकार को मजबूरन हाफ लाॅकडाउन लगाना पड़ा है। सरकार ने स्कूल पहले ही बंद करा दिए अब ऑफिसों में भी 50 प्रतिशत लोग ही काम करेंगे, बाकी को ‘वर्क फ्रोम होम’ करने के निर्देश दिए है।
कोरोना नहीं इस वजह से लगा लाॅकडाउन
4 साल पहले लाॅकडाउन एक वायरस की वजह से लगाया गया था, लेकिन इस बार वजह वायरस नहीं बल्कि प्रदूषण है। दिल्ली में प्रदूषण खतरनाक स्तर पर पहुंच चुका है। जिसके चलते दिल्ली सरकार ने सरकारी विभाग में पदस्थ कर्मचारियों को ‘वर्क फ्रोम होम’ करने के निर्देश दिए है। वहीं स्कूल पहले ही बंद कर दिए गए थे। इसके साथ ही सरकार ने आदेश दिया है कि जरूरत पड़ने पर ही बाहर निकले अन्यथा हो सके तो घर से ही काम करें।
दिल्ली और हरियाणा सरकार ने लिया फैसला
दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने एक्स पर जानकारी देते हुए बताया कि, दिल्ली में प्रदूषण कम करने के लिए दिल्ली सरकार ने सरकारी दफ्तरों में ‘वर्क फ्रोम होम’ का निर्णय लिया है। अब सिर्फ 50 प्रतिशत कर्मचारी ही ऑफिस में काम करेंगे। इसके साथ ही हरियाणा सरकार ने भी गुरूग्राम में हाफ लाॅकडाउन लगा दिया है।