ग्वालियर के निवासियों के लिए एक बड़ी खुशखबरी आई है। सरकार ने शहर के पश्चिमी हिस्से में वेस्टर्न बाईपास बनाने की स्वीकृति दी है। इस परियोजना पर 1347.6 करोड़ रुपये खर्च किए जाएंगे। इस बाईपास से ग्वालियर, चंबल और मुरैना के क्षेत्रों को सीधा लाभ मिलेगा।
केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया की पहल
इस परियोजना को मंजूरी दिलाने में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अहम भूमिका निभाई। उन्होंने इस बाईपास के लिए केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी से अनुरोध किया था। उनकी मांग को स्वीकार करते हुए सरकार ने इस सड़क के निर्माण को स्वीकृति प्रदान कर दी।
बाईपास से जुड़ेंगी ये मुख्य सड़कें
यह बाईपास तीन प्रमुख राष्ट्रीय राजमार्गों से जोड़ा जाएगा, जिससे यात्रा आसान होगी—
✔ राष्ट्रीय राजमार्ग-46 (NH-46)
✔ राष्ट्रीय राजमार्ग-44 (NH-44)
✔ प्रस्तावित आगरा-ग्वालियर एक्सप्रेसवे
इस नई सड़क के कारण यातायात सुगम होगा और यात्रियों को समय की बचत होगी।

इस बाईपास से क्या होंगे फायदे?
ग्वालियर वेस्टर्न बाईपास बनने के बाद क्षेत्र के लोगों को कई लाभ मिलेंगे—
🚗 यात्रा होगी सुगम – चार लेन की इस सड़क पर ट्रैफिक जाम की समस्या कम होगी।
⏳ समय की बचत – लंबी दूरी के यात्रियों को शहर के अंदर नहीं जाना पड़ेगा।
📍 बेहतर कनेक्टिविटी – ग्वालियर, चंबल और मुरैना जिले आपस में बेहतर तरीके से जुड़ेंगे।
🏭 व्यापार को मिलेगा बढ़ावा – सुगम यातायात से व्यापार और उद्योग को लाभ मिलेगा।
28.516 किलोमीटर लंबा होगा बाईपास
यह सड़क 28.516 किलोमीटर लंबी होगी और एक्सेस कंट्रोल्ड 4-लेन बाईपास के रूप में बनाई जाएगी। इससे वाहन बिना रुकावट के अपनी मंजिल तक पहुंच सकेंगे।
केंद्रीय मंत्री सिंधिया का आभार
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने इस बाईपास को स्वीकृति मिलने के बाद सोशल मीडिया के माध्यम से केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी का धन्यवाद किया। उन्होंने लिखा कि यह सड़क ग्वालियर और आसपास के क्षेत्रों के लिए एक बड़ा तोहफा साबित होगी।
कब शुरू होगा निर्माण कार्य?
सरकार ने इस परियोजना को मंजूरी दे दी है और जल्द ही इसका निर्माण कार्य आरंभ होगा। यह बाईपास शहर के पश्चिमी क्षेत्र में यातायात दबाव को कम करने में मदद करेगा और ग्वालियर की परिवहन व्यवस्था को एक नई दिशा देगा।