रिपोर्टरः सुमन- अपडेटः योगानंद श्रीवास्तव
जयपुर: राजस्थान भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष मदन राठौड़ ने एक अहम प्रेसवार्ता में नेशनल हेराल्ड केस को लेकर कांग्रेस पार्टी पर जबरदस्त हमला बोला। उन्होंने कांग्रेस द्वारा देशभर में किए जा रहे धरनों पर टिप्पणी करते हुए कहा कि धरना देना उनका अधिकार हो सकता है, लेकिन सार्वजनिक संपत्ति पर कब्जा जमाना या सरकारी फंड का दुरुपयोग किसी भी सूरत में स्वीकार्य नहीं है।
नेशनल हेराल्ड: सार्वजनिक संपत्ति से खानदानी संपत्ति तक का सफर
राठौड़ ने कहा कि 1937 में शुरू हुआ नेशनल हेराल्ड, मूलतः स्वतंत्रता सेनानियों की आवाज था, लेकिन आज वो एक परिवार की जागीर बन चुका है। उन्होंने बताया कि उस समय इस अखबार के करीब 5000 शेयरधारक थे और सरदार पटेल ने इसके फंड जुटाने के तरीकों पर सवाल उठाए थे। उन्होंने कहा कि चंद्रभान गुप्ता जैसे नेताओं ने इसके लिए धन इकट्ठा किया था, लेकिन जिस संपत्ति को देश के स्वतंत्रता सेनानियों के नाम पर इकट्ठा किया गया, वह गांधी परिवार के नियंत्रण में चली गई।
50 लाख में हज़ारों करोड़ की संपत्ति पर कब्जा!
राठौड़ ने आरोप लगाया कि 2008 में जब नेशनल हेराल्ड का प्रकाशन बंद हो गया, कांग्रेस ने उस कंपनी को 90 करोड़ रुपये का कर्ज दिया, जो कि नियमों के खिलाफ है, क्योंकि कोई भी राजनीतिक दल किसी निजी संस्था को ऋण नहीं दे सकता। जब कंपनी यह कर्ज नहीं लौटा पाई तो एक सुनियोजित रणनीति के तहत ‘यंग इंडिया’ नाम की कंपनी बनाई गई जिसमें सोनिया गांधी और राहुल गांधी के पास 76% शेयर थे। केवल 50 लाख रुपये देकर कंपनी को 9 करोड़ के इक्विटी शेयर ट्रांसफर कर दिए गए और दिल्ली, मुंबई, लखनऊ, भोपाल जैसी जगहों की करोड़ों की संपत्ति यंग इंडिया के नाम कर दी गई।
ईडी की पूछताछ और कोर्ट की सुनवाई
राठौड़ ने कहा कि प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने इस मामले में सोनिया गांधी, राहुल गांधी, मोतीलाल बोरा और पवन बंसल से पूछताछ की, लेकिन कोई संतोषजनक जवाब नहीं मिला। उन्होंने इसे गांधी परिवार का ‘विकास मॉडल’ करार दिया। राठौड़ ने कहा कि यह मामला ईडी द्वारा सेक्शन 8 के तहत दर्ज किया गया है और कोर्ट ने 25 अप्रैल को सुनवाई निर्धारित की है। उन्होंने सवाल उठाया कि अगर कोर्ट में मामला लंबित है और आरोपी जमानत पर हैं, तो फिर इतना हंगामा क्यों?
ममता बनर्जी पर भी साधा निशाना
प्रेसवार्ता में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर भी हमला करते हुए राठौड़ ने कहा कि ममता सिर्फ वोट बैंक की राजनीति के लिए काम कर रही हैं और ‘माँ, माटी, मानुष’ के अपने नारे को भुला चुकी हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि बंगाल में हिंदू समुदाय के साथ भेदभाव हो रहा है, दंगाइयों को खुली छूट दी जा रही है और दलित समाज पीड़ित है। राठौड़ ने यह भी कहा कि यदि केंद्रीय सुरक्षा बलों को हटा लिया गया, तो राज्य में फिर से हिंसा की आग भड़क सकती है।
भाजपा पीड़ितों के साथ
राठौड़ ने दोहराया कि भाजपा हमेशा पीड़ितों के साथ खड़ी रही है और उनके अधिकारों की रक्षा के लिए संघर्ष करती रहेगी। उन्होंने यह भी जोड़ा कि मोदी सरकार में कानून अपना काम स्वतंत्र रूप से कर रहा है और करता रहेगा।
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