by: vijay nandan
पेरिस; फ्रांसीसी नौसेना ने ‘ऑपरेशन सिंदूर’ के दौरान राफेल फाइटर जेट गिरने के दावे को सिरे से खारिज कर दिया है। पाकिस्तानी पत्रकार हामिद मीर की रिपोर्ट को फर्जी सूचना बताते हुए नेवी ने स्पष्ट किया कि न तो किसी अधिकारी ने ऐसा बयान दिया और न ही राफेल के गिराए जाने की कोई पुष्टि हुई।
नौसेना के मुताबिक जिस फ्रांसीसी अधिकारी का हवाला रिपोर्ट में दिया गया, उनका नाम और पद दोनों गलत तरीके से पेश किए गए। रिपोर्ट में “जैक्स लौने” लिखा गया, जबकि सही नाम कैप्टन यवन लोनै है। नौसेना ने कहा कि कैप्टन लोनै की जिम्मेदारियों को भी गलत ढंग से बढ़ा-चढ़ाकर बताया गया।

नेवी ने X पर पोस्ट कर साफ किया कि कैप्टन लोनै ने न तो भारत-पाकिस्तान झड़प पर कोई टिप्पणी की और न ही राफेल के गिराए जाने की। ऑपरेशन सिंदूर से जुड़े सवाल पर उन्होंने केवल इतना कहा था कि वे इस पर टिप्पणी नहीं कर सकते लेकिन इसे रिपोर्ट में ‘स्वीकृति’ की तरह पेश किया गया।

हामिद मीर का दावा, राफेल का गलत उपयोग हुआ
अपनी रिपोर्ट में हामिद मीर ने कैप्टन लोनै के नाम पर यह कहा कि राफेल तकनीकी रूप से श्रेष्ठ होते हुए भी गलत ऑपरेट किया गया, जबकि J-10C की क्षमता इसकी वजह नहीं थी। उनके मुताबिक “राफेल किसी भी स्थिति में J-10C को मात दे सकता है। 140 से अधिक लड़ाकू विमानों के बीच ऑपरेशन जटिल था, जिसमें पाकिस्तान ने स्थिति बेहतर ढंग से हैंडल की। हालांकि फ्रांसीसी नौसेना के अनुसार ये सभी बयान मनगढ़ंत हैं।

बीजेपी की प्रतिक्रिया, पाकिस्तान का झूठ बेनकाब
बीजेपी नेता अमित मालवीय ने कहा कि पाकिस्तान की फेक न्यूज फैक्ट्री एक बार फिर उजागर हो गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि हामिद मीर कुछ भारतीय मीडिया संगठनों से जुड़े रहते हैं, जिससे पाकिस्तानी प्रोपेगेंडा को बढ़ावा मिलता है।
अमेरिकी रिपोर्ट, ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान को बढ़त?
इसी बीच, अमेरिकी US-China Economic and Security Review Commission (USCC) की 800 पन्नों की रिपोर्ट ने दावा किया है कि मई 2025 में भारत और पाकिस्तान के बीच 4 दिन की लड़ाई में पाकिस्तान को “सैन्य बढ़त” मिली।
- USCC रिपोर्ट में:
- पहलगाम अटैक को ‘विद्रोही हमला’ बताया गया
- पाकिस्तान द्वारा 6 भारतीय लड़ाकू विमानों को गिराने का दावा
- इनमें राफेल भी शामिल बताया गया, जबकि रिपोर्ट खुद मानती है कि केवल तीन विमानों के गिराए जाने की पुष्टि होती है
- रिपोर्ट के बाद पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ ने कहा कि इससे “पाकिस्तान की जीत की पुष्टि” होती है।
चीन की भूमिका भी रिपोर्ट में दर्ज
USCC के अनुसार चीन ने इस युद्ध को अपने आधुनिक हथियारों का लाइव टेस्टिंग ग्राउंड बनाया। लड़ाई के बाद चीन ने दुनिया भर में J-10C की खूबियां बताईं और दावा किया कि इन्हीं तकनीकों से भारतीय विमानों को मार गिराया गया। संघर्ष के पांच महीने बाद चीन ने इंडोनेशिया को 42 J-10C जेट बेचने का 75,000 करोड़ रुपए का सौदा किया।





