BY: Yoganand Shrivastva
प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने मुंबई में एक बड़े डब्बा ट्रेडिंग और ऑनलाइन सट्टेबाजी गिरोह पर शिकंजा कसते हुए 4 ठिकानों पर छापेमारी की। यह कार्रवाई इंदौर के लसूड़िया पुलिस स्टेशन में दर्ज एफआईआर नंबर 0041/2025 और BNS की धारा 319(2) और 318(4) के तहत शुरू की गई PMlA जांच का हिस्सा है। ईडी की इस रेड में जो खुलासे हुए, वो चौंकाने वाले हैं।
क्या-क्या मिला ईडी की रेड में?
- ₹3.3 करोड़ की बेहिसाब नकदी
- लग्जरी घड़ियां और कीमती आभूषण
- विदेशी मुद्रा
- कई हाई-एंड लक्जरी वाहन
- नकदी गिनने वाली मशीनें
ईडी को संदेह है कि इन सामग्रियों का इस्तेमाल अवैध सट्टेबाजी नेटवर्क को फंड करने के लिए किया जा रहा था।
जांच में क्या सामने आया?
ईडी की जांच में जिन डब्बा ट्रेडिंग और सट्टेबाजी ऐप्स का नाम सामने आया है, वे हैं:
- VMoney
- VM Trading
- Standard Trades Ltd.
- iBull Capital
- LotusBook
- 11Starss
- Gambet League
इन प्लेटफॉर्म्स को व्हाइट-लेबल ऐप्स के ज़रिए संचालित किया जा रहा था, जिनमें प्रॉफिट शेयरिंग के आधार पर एडमिन राइट्स का लेन-देन होता था।
कैसे काम करता था रैकेट?
- विशाल अग्निहोत्री, VMoney और 11Starss का मालिक, ने LotusBook सट्टेबाजी प्लेटफॉर्म के एडमिन अधिकार 5% प्रॉफिट शेयरिंग पर हासिल किए।
- बाद में ये अधिकार धवल देवराज जैन को ट्रांसफर कर दिए गए। अब विशाल को 0.125% और जैन को 4.875% का लाभ मिलने लगा।
- जैन ने अपने सहयोगी जॉन स्टेट्स उर्फ पांडे के साथ मिलकर एक नया व्हाइट-लेबल प्लेटफॉर्म बनाया और 11Starss.in चलाने के लिए विशाल को दिया।
- हवाला ऑपरेटर मयूर पाड्या उर्फ पाड्या इस नेटवर्क के लिए नकद लेन-देन और भुगतान की जिम्मेदारी संभालता था।
ईडी क्या कर रही है आगे?
- डिजिटल डेटा, फाइनेंशियल रिकॉर्ड्स और नेटवर्क से जुड़े संदिग्धों की डिटेल छानबीन की जा रही है।
- हवाला नेटवर्क और सट्टेबाजी के लिए इस्तेमाल हुए चैनलों की मनी ट्रेल ट्रैक की जा रही है।
- ED अब यह पता लगाने में जुटी है कि इस नेटवर्क के तार कितने राज्यों और कितनी बड़ी राशि से जुड़े हैं।
मुंबई की यह रेड केवल एक शुरुआत है। इस कार्रवाई ने साफ कर दिया है कि ऑनलाइन सट्टेबाजी और डब्बा ट्रेडिंग जैसे अपराध अब तकनीक और हवाला के माध्यम से अंतरराष्ट्रीय स्तर पर संचालित हो रहे हैं। ED की यह कार्रवाई भविष्य में और बड़े खुलासों का संकेत दे रही है।





