BY: Yoganand Shrivastva
हैदराबाद: मीरा-भयंदर पुलिस ने ड्रग्स माफिया के खिलाफ अब तक की सबसे बड़ी कार्रवाई को अंजाम देते हुए तेलंगाना में एक विशाल ड्रग्स फैक्ट्री का खुलासा किया है। छापेमारी के दौरान पुलिस ने करीब 32 हजार लीटर रॉ एमडी ड्रग्स बरामद की, जिसकी अंतरराष्ट्रीय बाजार में कीमत लगभग 12,000 करोड़ रुपये आंकी गई है। इस ऑपरेशन में 13 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
मामूली बरामदगी से शुरू हुई बड़ी कार्रवाई
पुलिस अधिकारियों के मुताबिक, यह पूरी जांच महज 200 ग्राम ड्रग्स की बरामदगी से शुरू हुई थी, जिसकी कीमत करीब 25 लाख रुपये थी। जांच को गहराई से खंगालते हुए पुलिस ने इस बड़े नेटवर्क का पता लगाया और आखिरकार तेलंगाना में छापेमारी कर ड्रग्स फैक्ट्री का भंडाफोड़ कर दिया।
अंतरराष्ट्रीय स्तर तक फैला नेटवर्क
पकड़े गए गिरोह के तार देश और विदेश में फैले हुए हैं। फैक्ट्री से बरामद ड्रग्स और केमिकल्स को जब्त कर लिया गया है और अब इस नेटवर्क के हर पहलू की जांच जारी है। पुलिस इसे अपने इतिहास की सबसे बड़ी सफलता मान रही है।
जुलाई में मुंबई पुलिस ने पकड़ी थी 400 करोड़ की खेप
ड्रग्स के खिलाफ लड़ाई में यह कोई पहली बड़ी कार्रवाई नहीं है। जुलाई 2025 में मुंबई पुलिस ने भी एक बड़े ऑपरेशन में 400 करोड़ रुपये की ड्रग्स की खेप जब्त की थी। उस वक्त मुंबई पुलिस ने कर्नाटक के मैसूर में भी छापेमारी कर कई सुराग जुटाए थे।
कर्नाटक के गृह मंत्री जी. परमेश्वर ने तब अधिकारियों को निर्देश दिया था कि राज्य में ड्रग्स नेटवर्क को खत्म करने के लिए बेहद सख्त कदम उठाए जाएं और कोई ढिलाई न बरती जाए।
युवाओं को निशाना बना रहा ड्रग्स माफिया
पुलिस अधिकारियों का कहना है कि भारत में ड्रग्स का सिंडिकेट लगातार अपने नेटवर्क का विस्तार कर रहा है और युवा इसकी सबसे बड़ी जद में हैं। समय-समय पर पुलिस और अन्य एजेंसियां इनके खिलाफ कार्रवाई करती हैं, लेकिन इस समस्या का जड़ से समाधान बेहद जरूरी है क्योंकि देश के युवाओं को इस लत से बचाना राष्ट्रीय हित में अहम है।