राजधानी दिल्ली में एक अनोखा प्रदर्शन देखने को मिला। जहां पत्नी पीड़ितों ने अपनी बात सरकार तक पहुंचाने के लिए ये प्रदर्शन किया। पूरा मामला जवाहर लाल नेहरू स्टेडियम के बाहर का है, जहां का प्रदर्शन लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचा। लोगों के हाथों में तख्तियां थी और जो नारे लगाए जा रहे थे वो बिल्कूल अलग थे।
- शादी के खेल में, हर पति जाएगा जेल में।
- बीवी करे तो प्यार, पति करे तो बलात्कार।
- पत्नी के प्यार में, पति गया तिहाड़ में।
- अगले जन्म मोहे बेटा ना कीजो।
इस आंदोलन में सैकड़ो लोगों ने भाग लिया और मैरिटल रेप कानून का विरोध किया। दिल्ली हाई कोर्ट के अधिवक्ता मनीष सिंधवानी खुद इस आंदोलन का नेतृत्व कर रहे थे। बता दें वो खुद भी पत्नी पीड़ित हैं। इसी के चलते इन लोगों की मदद करने के लिए न्याय प्रयास फॉउन्डेशन का आगाज किया।
#DelhiHalfMarathon @NyayPrayaas #NyayPrayaas4Men
— manish sindwani (@manish_sindwani) October 15, 2023
United By NPF for the cause to oppose Gender Biased Laws… pic.twitter.com/lAsbtR1fS5
अधिवक्ता मनीष सिंधवानी का कहना है कि अगर ये कानून पास हो गया तो हर घर में रहने वाले पुरुषों को रेपिस्ट बता कर जेल भेजा जा सकता है। छोटे मोटे झगड़े पर पत्नी पति को जेल भिजवा सकती है। पति को ब्लैकमैल किया जा सकता है। सहमति की बात तो कही जा रही है लेकिन सवाल है कि ये सहमति कौन तय करेगा। सुबह की सहमति अगले दिन किसी झगड़े के बाद बदली भी जा सकती है।
सिंधवानी का कहना है कि महिलाओं को लिए बने अधिकांश कानून पति का उत्पीड़न करते आए हैं। ऐसे में अगर ये कानून पास हो गया तो महिलाओं को पुरुषों के खिलाफ मिसयूज करने के लिए एक और कानून मिल जाएगा।