BY: Yoganand Shrivastva
मध्यप्रदेश: मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने घोषणा की है कि धार जिले में प्रधानमंत्री मित्रा पार्क (PM MITRA Park) की स्थापना से प्रदेश न केवल भारत का अग्रणी कपास उत्पादक राज्य बनेगा, बल्कि जल्द ही ‘कॉटन कैपिटल’ के रूप में भी पहचान बनाएगा।
उन्होंने कहा कि इस पार्क से किसानों को सीधे अंतरराष्ट्रीय बाजार से जोड़ने का रास्ता खुलेगा और उनकी मेहनत को वैश्विक पहचान मिलेगी।
मध्यप्रदेश का कपास उत्पादन: देश में 40% योगदान
- मध्यप्रदेश का देश में जैविक कपास (Organic Cotton) उत्पादन में लगभग 40% योगदान है।
- कपास उत्पादन का मुख्य क्षेत्र मालवा अंचल है, जिसमें इंदौर, धार, झाबुआ, अलीराजपुर, खरगोन, बड़वानी, खंडवा और बुरहानपुर शामिल हैं।
- हाल के वर्षों में कपास उत्पादन का आँकड़ा:
- 2022-23: 8.78 लाख मीट्रिक टन
- 2023-24: 6.30 लाख मीट्रिक टन
- 2024-25: 5.60 लाख मीट्रिक टन
धार में पीएम मित्रा पार्क क्यों?
मध्यप्रदेश की उपजाऊ कपास भूमि और वस्त्र उद्योग के लिए अनुकूल माहौल को देखते हुए धार को इस पार्क के लिए चुना गया है।
- 2,158 एकड़ में फैला यह पार्क विश्वस्तरीय सुविधाओं से लैस होगा।
- यहाँ 20 MLD कॉमन एफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट, 10 MVA सौर ऊर्जा संयंत्र, आधुनिक सड़कें, बिजली-पानी की पुख्ता व्यवस्था और 81 प्लग-एंड-प्ले यूनिट्स तैयार की जा रही हैं।
- श्रमिकों और महिला कर्मचारियों के लिए आवासीय और सामाजिक सुविधाएं इसे एक आदर्श औद्योगिक नगर बनाएंगी।
निवेश और रोजगार का सुनहरा अवसर
- अब तक 27,109 करोड़ रुपये के निवेश प्रस्ताव पार्क में आए हैं।
- इससे 3 लाख रोजगार सृजित होंगे:
- 1 लाख प्रत्यक्ष रोजगार
- 2 लाख अप्रत्यक्ष रोजगार
- कपास आधारित उद्योगों के विस्तार से किसानों को उनकी फसल का दोगुना मूल्य मिलेगा।
प्रधानमंत्री मोदी का विज़न: फार्म से फैशन तक
पार्क की थीम प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के विज़न पर आधारित है –
“फार्म से फाइबर, फैक्ट्री से फैशन और फिर विदेश तक।”
- किसान से कच्चा कपास लेकर उद्योगों में धागा और वस्त्र तैयार होंगे।
- तैयार परिधान सीधे ग्लोबल मार्केट में पहुंचेंगे।
- पूरी वैल्यू चेन एक ही स्थान पर पूरी होगी।
मध्यप्रदेश को मिलेगा टेक्सटाइल हब का दर्जा
धार का पीएम मित्रा पार्क किसानों, श्रमिकों, महिलाओं और युवाओं के जीवन में बड़ा बदलाव लाएगा।
स्थानीय स्तर पर आर्थिक गतिविधियां बढ़ेंगी, निर्यात में वृद्धि होगी और गांव-गांव तक रोजगार के अवसर पहुंचेंगे।
यह केवल कपास उत्पादन का केंद्र नहीं, बल्कि टेक्सटाइल इंडस्ट्री का वैश्विक हब बनने की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है।