देश में एक बार फिर कोरोना वायरस के मामलों में बढ़ोतरी देखने को मिल रही है। इसके चलते केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय सतर्क हो गए हैं। 30 मई 2025 तक देश में 2,710 एक्टिव केस सामने आए हैं और 22 लोगों की मौत हो चुकी है। स्थिति को ध्यान में रखते हुए केंद्र ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को जरूरी दिशा-निर्देश जारी किए हैं।
कोरोना के ताजा आंकड़े: सबसे ज्यादा केस कहां?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटे में 511 नए केस रिपोर्ट हुए हैं। सबसे अधिक प्रभावित राज्य केरल है, जहां 1,147 सक्रिय मामले हैं।
राज्यवार कोरोना केस स्थिति:
- केरल: 1,147 एक्टिव केस, 227 नए केस
- महाराष्ट्र: 424 एक्टिव केस, 40 नए केस
- दिल्ली: 294 कुल केस, 56 नए केस
इन राज्यों के अलावा कई अन्य हिस्सों में भी कोरोना के केसों में बढ़ोतरी देखी जा रही है।
किन राज्यों में हुईं मौतें?
स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, 22 मौतें दर्ज की गई हैं, जिनमें महाराष्ट्र और तमिलनाडु शामिल हैं।
प्रमुख मामले:
- महाराष्ट्र:
- एक 67 वर्षीय पुरुष, जिन्हें निमोनिया, डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर था
- एक 21 वर्षीय पुरुष, जिन्हें डायबेटिक कीटोएसिडोसिस और लोअर रेस्पिरेटरी इंफेक्शन था
- तमिलनाडु:
- 60 वर्षीय पुरुष जिन्हें टाइप 2 डायबिटीज, हाई बीपी और क्रोनिक किडनी डिज़ीज थी
इन मामलों में कोविड को एक सहायक या मुख्य कारण माना गया है।
स्वास्थ्य मंत्रालय का अलर्ट: अस्पतालों को किया तैयार रहने का निर्देश
29 मई को स्वास्थ्य सचिव पुण्या सलिला श्रीवास्तव ने राज्यों के मुख्य सचिवों और प्रशासकों को एक पत्र भेजा है। इसमें चेताया गया है कि मौसम बदलने के कारण सांस की बीमारियां जैसे इन्फ्लूएंजा, RSV और कोविड-19 के मामले बढ़ सकते हैं।
SARS-CoV-2 की स्थिति:
- केसों में हल्की बढ़ोतरी
- लक्षण: बुखार, खांसी, गले में खराश
- फिलहाल मिलने वाले वेरिएंट्स: JN.1, XFG, और LF.7.9
ज्यादातर संक्रमण हल्के हैं और घरेलू देखभाल से ठीक हो सकते हैं।
नए सरकारी दिशानिर्देश: राज्य और अस्पतालों को क्या करना होगा?
स्वास्थ्य मंत्रालय ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि अस्पतालों को किसी भी स्थिति से निपटने के लिए पूरी तरह तैयार रहना चाहिए।
जरूरी तैयारी:
- जिला व उप-जिला अस्पतालों की तैयारी की समीक्षा
- मेडिकल कॉलेज और हेल्थ सेंटरों में जरूरी संसाधन
- सुनिश्चित करें:
- RT-PCR टेस्टिंग सुविधा
- PPE किट और जरूरी दवाइयां
- आइसोलेशन वार्ड
- ऑक्सीजन सप्लाई और मॉक ड्रिल
- ICU बेड और वेंटिलेटर की उपलब्धता
सभी राज्यों को 2 जून तक मॉक ड्रिल रिपोर्ट भेजने को कहा गया है।
टेस्टिंग और निगरानी के सख्त निर्देश
सरकार ने टेस्टिंग और निगरानी बढ़ाने को कहा है ताकि संक्रमण की चेन को जल्दी तोड़ा जा सके।
फोकस क्षेत्रों:
- सभी SARI (Severe Acute Respiratory Illness) और 5% ILI (Influenza-Like Illness) मामलों की जांच
- पॉजिटिव सैंपल को जीनोम सीक्वेंसिंग के लिए VRDL लैब भेजना
- ILI/SARI ट्रेंड्स पर सतत निगरानी
- केस डेटा को समय पर हेल्थ पोर्टल पर अपडेट करना
जनता के लिए सलाह: थोड़ी सी सावधानी से बचा जा सकता है संक्रमण
स्वास्थ्य मंत्रालय ने नागरिकों को भी सावधानी बरतने और COVID appropriate behavior अपनाने की सलाह दी है।
क्या करें:
- बार-बार हाथ धोएं
- खांसते/छींकते समय मुंह ढकें
- सार्वजनिक स्थानों पर थूकने से बचें
- भीड़भाड़ वाली जगहों पर मास्क पहनें
- बुजुर्ग और कमजोर इम्युनिटी वाले लोग सतर्क रहें
- सांस लेने में दिक्कत या सीने में दर्द हो तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें
निष्कर्ष: अलर्ट रहें, सुरक्षित रहें
हालांकि फिलहाल कोरोना की स्थिति गंभीर नहीं है, लेकिन तेजी से बढ़ते मामलों को नजरअंदाज करना खतरे से खाली नहीं है। केंद्र सरकार और स्वास्थ्य मंत्रालय ने जो कदम उठाए हैं, उनका पालन करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
थोड़ी सी सावधानी और जागरूकता से हम अपने और अपने परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित कर सकते हैं।