रिपोर्टरः मनोज जंगम
जगदलपुर: छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय और राज्य के गृह मंत्री विजय शर्मा ने आज जगदलपुर में बस्तर संभाग के प्रशासनिक अधिकारियों की समीक्षा बैठक ली। इस अहम बैठक में सातों जिलों के कलेक्टर, पुलिस अधीक्षक (SP) और जिला पंचायत के मुख्य कार्यपालन अधिकारी (CEO) शामिल हुए। बैठक का मुख्य उद्देश्य नक्सल प्रभावित बस्तर क्षेत्र में शांति बहाली, ग्रामीण विकास, रोजगार सृजन और सरकारी योजनाओं के प्रभावी क्रियान्वयन को लेकर रणनीति तैयार करना था।
बस्तर में मिलेट्स खेती को बताया गया संभावनाओं वाला क्षेत्र
मुख्यमंत्री साय ने बैठक में मिलेट्स (मोटे अनाज) की खेती को लेकर चर्चा करते हुए कहा कि बस्तर के पहाड़ी और आदिवासी इलाकों में इसकी खेती को बढ़ावा दिया जा सकता है। उन्होंने इसे स्थानीय किसानों के लिए आत्मनिर्भरता का माध्यम बताया और अफसरों को निर्देश दिए कि किसानों को इस ओर प्रोत्साहित किया जाए।
नक्सलवाद का जड़ से खात्मा, योजनाओं की पहुँच पर चर्चा
बैठक में नक्सल समस्या के समाधान और अंदरूनी गांवों तक सरकारी योजनाओं की पहुंच सुनिश्चित करने को लेकर मंथन हुआ। मुख्यमंत्री और गृह मंत्री ने अधिकारियों से कहा कि योजनाओं का लाभ सीधे जरूरतमंदों तक पहुँचना चाहिए, ताकि जनता को शासन की उपस्थिति और संवेदनशीलता का अहसास हो सके।
पहले दिन पर्यटन और समाजसेवियों के साथ संवाद
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री साय और गृह मंत्री विजय शर्मा पिछले दो दिनों से बस्तर दौरे पर हैं। अपने दौरे के पहले दिन उन्होंने विकसित बस्तर के विज़न को लेकर विभिन्न समाजों के प्रतिनिधियों, स्थानीय पर्यटन उद्यमियों और सामाजिक कार्यकर्ताओं से मुलाकात की थी। इस दौरान बस्तर के विकास, पर्यटन, संस्कृति और रोजगार के नए अवसरों पर गहन विचार-विमर्श हुआ।
कांग्रेस पर तीखा हमला
वहीं, मुख्यमंत्री ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि पिछली सरकार ने जनता को ‘वेंटिलेटर’ पर डाल दिया था, न विकास हुआ और न ही जनहित की योजनाओं को सही तरीके से लागू किया गया। उन्होंने दावा किया कि वर्तमान सरकार जन-जन तक योजनाएं पहुंचाने, युवाओं को रोजगार देने और बस्तर को नक्सलमुक्त बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
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