BY: Yoganand Shrivastva
इंदौर, इंदौर शहर में महिलाओं से छेड़छाड़ और धमकी देने के दो अलग-अलग मामलों में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए आरोपियों पर केस दर्ज कर लिया है। एक मामला 17 वर्षीय नाबालिग लड़की से जुड़ा है, जबकि दूसरा मामला एक विवाहित महिला के साथ मारपीट और जबरन शादी के दबाव का है।
मामला 1: इंस्टाग्राम पर बात बंद की तो मिलने पर दी धमकी
संयोगितागंज थाना क्षेत्र में रहने वाली 17 वर्षीय किशोरी ने शिकायत दर्ज करवाई है कि महू निवासी एक युवक लक्की खान उसे परेशान कर रहा है और जान से मारने की धमकी दे रहा है।
पीड़िता के अनुसार, तीन साल पहले उसकी लक्की खान से एक शादी समारोह में पहचान हुई थी। उस दौरान लक्की ने उसका मोबाइल नंबर लिया और इंस्टाग्राम पर फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी। कुछ समय तक दोनों के बीच बातचीत होती रही, लेकिन कुछ महीनों पहले लड़की ने उससे दूरी बना ली और संपर्क बंद कर दिया।
कुछ दिन पहले जब वह सन्मति स्कूल के पास से गुजर रही थी, तो लक्की अचानक उसके पास आया और पूछा कि वह इंस्टाग्राम पर उससे बात क्यों नहीं कर रही है। लड़की द्वारा बात करने से इनकार करने पर लक्की ने उसे जान से मारने की धमकी दी।
घबराई हुई लड़की ने यह घटना परिजनों को बताई। परिजन उसे लेकर थाने पहुंचे, जहां पुलिस ने छेड़छाड़ और धमकी की धाराओं में मामला दर्ज कर लिया है। फिलहाल पुलिस आरोपी की तलाश कर रही है।
मामला 2: शादी से इनकार करने पर महिला के साथ सड़क पर की मारपीट
दूसरा मामला गांधी नगर थाना क्षेत्र का है, जहां 32 वर्षीय महिला ने शिकायत दी है कि एक युवक दिलीप मोहनिया पिछले डेढ़ साल से उसे परेशान कर रहा है और जबरदस्ती शादी के लिए दबाव बना रहा है।
महिला ने बताया कि घटना के दिन वह काम पर जा रही थी, तभी मंदिर के पास दिलीप ने रास्ता रोक लिया और कहा कि वह उससे शादी करना चाहता है। युवक ने महिला से अपने पति को छोड़ने की बात कही, जिस पर महिला ने साफ इनकार कर दिया।
इंकार से नाराज़ होकर दिलीप ने सड़क पर ही महिला के साथ मारपीट कर दी और उसके पति की हत्या की धमकी भी दी। इसके बाद महिला ने घर पहुंचकर अपने पति को पूरी घटना बताई। दोनों थाने पहुंचे और शिकायत दर्ज करवाई।
पुलिस ने दिलीप मोहनिया के खिलाफ छेड़छाड़, मारपीट और धमकी देने की धाराओं में मामला दर्ज किया है और आरोपी की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं।
पुलिस की अपील:
पुलिस अधिकारियों ने बताया कि दोनों मामलों में जल्द गिरफ्तारी की जाएगी। साथ ही नागरिकों से अपील की गई है कि यदि कोई इस प्रकार की हरकतों का शिकार हो, तो बिना देर किए नजदीकी थाने में रिपोर्ट दर्ज करवाएं।
इंदौर में महिला सुरक्षा से जुड़े इन दो मामलों ने एक बार फिर सवाल खड़े किए हैं कि कैसे सोशल मीडिया पर हुई मामूली बातचीत कुछ युवकों को आपराधिक कदम उठाने की हिम्मत दे रही है। पुलिस की सक्रियता भले सराहनीय है, लेकिन सामाजिक रूप से भी ऐसे मामलों में कड़ी निंदा और सजगता जरूरी है।