लोकसभा में नई बहस शुरू हो गई है, क्योंकि हाल ही में उप राष्ट्रपति जगदीप धनखड़ ने शुक्रवार को राज्यसभा में कैश मिलने का सनसनीखेज़ दावा किया था, दावे में कैश के बारे में आरोप लगाए गए थे। मामले में जांच क दौरान सुरक्षाकर्मियों को जांच के दौरान नोटों का यह बंडल मिला। धनखड़ ने कहा कि कांग्रेस सांसद मनु सिंघवी की सीट के नीचे से यह कैश बरामद हुआ है। उप राष्ट्रपति ने कहा कि, सीट नंबर 222 से नोटों का बंडल मिला है। यह गंभीर मामला है और जांच के बाद कार्रवाई की जाएगी। भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा ने कहा कि, इससे सदन की गरिमा को चोट पहुंची है। पूरे मामले पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि, कैश मिलने की जांच होनी चाहिए। बिना जांच किसी पर आरोप नहीं लगाया जा सकता।
मामले पर सभापति ने लिया संज्ञान
पूरे मामले पर राज्यसभा के सभापति ने कहा कि, में सदन के सदस्यों को बताना चाहता हूं कि, कल यानी गुरूवार को सदन की कार्यवाही समाप्त होने पर चैंबर की नियमित जांच हुई। इस जांच के दौरान सुरक्षाकर्मियों को सीट नंबर 222 के नीचे से नोटों का एक बंडल मिला। यह सीट कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है
राज्यसभा की कार्यवाही शुरू होने पर सदन के सभापति ने कहा कि, ‘में सदन के सदस्यों को बताना चाहता हूं कि कल यानी गुरूवार को सदन की कार्यवाही समाप्त होने पर चैंबर की नियमित जांच हुई। इस जांच के दौरान सुरक्षाकर्मियों को सीट नंबर 222 के नीचे से नोटों का एक बंडल मिला। यह सीट कांग्रेस सांसद अभिषेक मनु सिंघवी को आवंटित है। वह तेलंगाना से चुनकर उच्च मदन आए है। इस मामले को मेरे संज्ञान में लाया गया है। में भरोसा दिलाता हूं कि, इस मामले की जांच होगी और यह हो भी रही है।‘
नोटों का बंडल मिलने पर सीपीआई के सांसद पी संतोष कुमार ने कहा कि, चूंकि इस बात की घोषणा राज्यसभा के चेयरमैन ने की है तो यह प्रामाणिक जानकारी होगी। इस मामले में सीट नंबर का उल्लेख करने की ज़रूरत नहीं थी। फिलहाल मामले की जांच होने दीजिए। यह बड़ी अजीब बात है।
मैं बस 500 रुपए का एक नोट लेकर राज्यसभा जाता हूं-सिंघवी
अपनी सीट के नीचे नोट का बंडल मिलने के दावे पर प्रतिक्रिया देते हुए अभिषेक मनु सिंघवी ने कहा कि वह जब भी राज्यसभा जाते हैं तो उनके पास केवल 500 रुपए का नोट होता है। सिंघवी ने कहा कि किसी सांसद की सीट के नीचे से कैश मिलने की बात उन्होंने पहली बार सुनी है। कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘मैं कल 12 बजकर 57 मिनट पर सदन पहुंचा। दिन के करीब एक बजे सदन की कार्यवाही खत्म हुई। इसके बाद में 1.30 बजे तक कैंटीन में रहा। इसके बाद मैं संसद से निकल गया।’





