रिपोर्टर: कुशल चोपड़ा
“युक्तियुक्तिकरण वापस लो” के नारों से गूंजा बीजापुर, शिक्षक सड़कों पर उतरे
लगातार हो रही मूसलाधार बारिश भी छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले में प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों के जज्बे को नहीं तोड़ सकी। मंगलवार को सैकड़ों शिक्षक अपनी मांगों को लेकर सड़कों पर उतर आए और शासन के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया।
बीजापुर जिला मुख्यालय स्थित सांस्कृतिक भवन के सामने और विकासखंड मुख्यालय भोपालपटनम में शिक्षकों ने युक्तियुक्तिकरण प्रणाली, सेटअप में बदलाव और पदोन्नति से जुड़ी मांगों को लेकर शासन के प्रति नाराजगी जाहिर की।
बीजापुर में कलेक्टर, भोपालपटनम में एसडीएम को सौंपा गया ज्ञापन
प्रदर्शनकारियों ने बीजापुर में कलेक्टर और भोपालपटनम में एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। शिक्षकों ने साफ तौर पर चेतावनी दी कि अगर जल्द उनकी मांगों पर कोई ठोस निर्णय नहीं लिया गया, तो वे आंदोलन को और उग्र करेंगे।
ये हैं शिक्षकों की प्रमुख मांगें:
- युक्तियुक्तिकरण प्रणाली को तत्काल निरस्त किया जाए।
- 2008 के सेटअप को यथावत रखा जाए।
- प्रशिक्षित शिक्षकों को जल्द पदोन्नति दी जाए।
- प्राचार्य पद पर जल्द प्रमोशन हो।
- प्रथम नियुक्ति तिथि से पेंशन लाभ प्रदान किया जाए।
- सोना साहू समिति की सिफारिशों के अनुसार क्रमोन्नति दी जाए।
नारों से गूंजा प्रदर्शन स्थल
प्रदर्शन के दौरान शिक्षक “युक्तियुक्तिकरण वापस लो” जैसे नारे लगाते रहे, जिससे पूरे क्षेत्र में आंदोलन का माहौल बना रहा। प्रदर्शनकारी शिक्षकों ने दोहराया कि यह लड़ाई केवल अपने हक की है, जिसे वे शांत नहीं रहने देंगे।
आगे क्या?
प्रदर्शन कर रहे शिक्षकों ने संकेत दिया है कि यदि शासन द्वारा उनकी मांगों को गंभीरता से नहीं लिया गया, तो आने वाले समय में यह आंदोलन राज्यव्यापी रूप ले सकता है।
बीजापुर और भोपालपटनम में एकसाथ प्रदर्शन कर शिक्षकों ने अपनी एकता और संघर्ष की भावना का परिचय दिया है।