by: vijay nandan
पटना: बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के लिए यहां महागठबंधन और एनडीए में टिकट बंटवारे को लेकर आम सहमति ही नहीं बन पा रही है, इस बीच प्रशांत किशोर की पार्टी जनसुराज ने अपनी पहली उम्मीदवार सूची जारी कर बढ़त बना ली है। लेकिन सूची के प्रकाशन के तुरंत बाद ही पार्टी में विरोध की लहर देखी गई। बेनीपट्टी सीट से टिकट की उम्मीद कर रहे अवध बिहारी झा को टिकट न मिलने के कारण उनके समर्थकों ने नाराजगी व्यक्त की। समर्थकों ने जनसुराज कार्यालय और स्थानीय कार्यालयों के बाहर जमकर नारेबाजी की और आरोप लगाया कि पार्टी ने मेहनती और पुराने कार्यकर्ताओं की अनदेखी कर बाहरी उम्मीदवारों को प्राथमिकता दी।

इसी बीच, प्रशांत किशोर ने कहा कि सूची तैयार करते समय उन्होंने बिहार बदलने के अपने संकल्प को ध्यान में रखा है। उन्होंने लोगों से कहा कि वे सूची को देखें और अपनी राय दें। किशोर ने यह भी बताया कि पार्टी ने उन उम्मीदवारों को टिकट दिया है जिन्हें अन्य पार्टियां लड़ने योग्य नहीं मानती थीं। जनसुराज की पहली सूची में कुल 51 उम्मीदवार शामिल हैं, जिनमें से 17 अतिपिछड़ा समाज के हैं। ज्यादातर उम्मीदवारों के संबंध नेताओं के बच्चों से नहीं हैं। प्रशांत किशोर ने अपनी व्यक्तिगत चुनाव लड़ने की योजना पर टिप्पणी नहीं की और कहा कि यह फैसला पार्टी करेगी।
#WATCH Patna: On the announcement of the first list for the Bihar elections, Jan Suraaj founder Prashant Kishor says, "It's natural for those who didn't get tickets today to feel a little angry or disappointed, but they know that in Jan Suraaj, money or muscle power has no… pic.twitter.com/jFnINswMNC
— ANI (@ANI) October 9, 2025
यह सूची बिहार विधानसभा चुनाव 2025 में पार्टी की रणनीति और पिछड़ा समाज को अधिक प्रतिनिधित्व देने की दिशा को उजागर करती है।





