जातिगत जनगणना से लेकर जल संकट और BSF जवान के मुद्दे पर दिए बयान
स्थान: भिलाई, छत्तीसगढ़
संवाददाता: विष्णु गौतम
तारीख: 1 मई 2025
भिलाई में आज मजदूर दिवस के अवसर पर कई राजनीतिक हलचलें देखने को मिलीं। छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भिलाई महापौर नीरज पाल के निवास पर पहुंचकर सभी को मजदूर दिवस की शुभकामनाएं दीं। इस मौके पर उन्होंने वरिष्ठ कांग्रेसी कार्यकर्ताओं और आमजनों के साथ पारंपरिक “बोरे बासी” का स्वाद लिया।
भूपेश बघेल ने कहा, “गर्मी के दिनों में बोरे बासी छत्तीसगढ़ की परंपरा है, जो शरीर को ठंडक देती है। इसलिए इसे हम त्योहार के रूप में मनाते हैं।”
पूर्व मुख्यमंत्री ने इस अवसर पर जातिगत जनगणना के मुद्दे पर भी जोरदार बयान दिया। उन्होंने कहा कि, “2024 में कांग्रेस ने राष्ट्रीय स्तर पर जातिगत जनगणना को मुद्दा बनाया था और आज जो प्रक्रिया चल रही है, वह उसी का प्रमाण है। वास्तविक आंकड़े सामने आने से कई सामाजिक समस्याएं हल होंगी।”
दुर्ग जिले के अंजोरा ढाबा में जल संकट को लेकर आमरण अनशन पर बैठे लोगों के समर्थन में भी बघेल ने प्रतिक्रिया दी। उन्होंने कहा कि, “सरकार की पहली जिम्मेदारी है जनता को पानी उपलब्ध कराना। इन दिनों टैंकरों के माध्यम से हो रही जल आपूर्ति बिल्कुल लचर है।”
वहीं, पाकिस्तान में कैद BSF जवान के मुद्दे पर भूपेश बघेल ने केंद्र सरकार की गंभीरता पर सवाल उठाए। उन्होंने कहा, “यह बेहद संवेदनशील मामला है और सरकार को इसे गंभीरता से लेना चाहिए। जवान को वापस लाने के लिए उच्च स्तरीय वार्ताकार नियुक्त किए जाने चाहिए।”
इस दौरे से यह साफ झलकता है कि भूपेश बघेल मजदूर दिवस के साथ-साथ राज्य और देश की महत्वपूर्ण समस्याओं पर अपनी स्पष्ट और मजबूत राय देने से पीछे नहीं हट रहे हैं।
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