कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच बेलगावी को लेकर दशकों पुराना विवाद एक बार फिर चर्चा में है। हाल ही में एक कर्नाटक राज्य सड़क परिवहन निगम (KSRTC) के बस कंडक्टर पर कथित तौर पर हमला हुआ, क्योंकि उन्होंने कन्नड़ में बात की और मराठी बोलने से इनकार कर दिया। यह घटना शुक्रवार दोपहर बेलगावी के एक गाँव में हुई, जिसके बाद शनिवार को यह मामला अंतरराज्यीय तनाव में बदल गया। इसके परिणामस्वरूप दोनों राज्यों के बीच बस सेवाएं निलंबित कर दी गईं।
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क्या हुआ था घटनास्थल पर?
हमले की शुरुआत: कन्नड़-मराठी भाषा विवाद
शुक्रवार को बेलगावी तालुक के एक गाँव में KSRTC के 51 वर्षीय कंडक्टर महादेव हुक्केरी पर हमला हुआ। यह घटना तब शुरू हुई जब वे बस में टिकट बाँट रहे थे। कर्नाटक में महिलाओं के लिए बस यात्रा मुफ्त है, लेकिन पुरुषों के लिए नहीं। एक महिला ने अपने साथ बैठे पुरुष के लिए भी मुफ्त टिकट माँगा, जिसे कंडक्टर ने अस्वीकार कर दिया। इसके बाद महिला और कुछ छात्रों ने उनसे मराठी में बात करने को कहा। महादेव ने जवाब दिया कि उन्हें मराठी नहीं आती और कन्नड़ में बात करने को कहा। इसी बात पर विवाद बढ़ा और उन पर हमला कर दिया गया।
हमले का विवरण
महादेव ने बताया, “बस में ज्यादातर महिलाएँ थीं। टिकट बाँटते समय विवाद शुरू हुआ। जब मैंने कन्नड़ में बात करने को कहा, तो 6-7 लोगों ने मुझ पर हमला कर दिया। बस रुकने पर करीब 50 लोग इकट्ठा हो गए और मुझे फिर पीटा।” उन्हें चोटों के इलाज के लिए बेलगावी के एक अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
दोनों राज्यों की प्रतिक्रिया
बस सेवाओं पर असर
इस घटना के बाद कर्नाटक ने महाराष्ट्र जाने वाली बस सेवाओं को रोक दिया और अपनी सीमा तक ही सेवाएँ सीमित कर दीं। दूसरी ओर, महाराष्ट्र ने भी कर्नाटक के लिए अपनी बसें बंद कर दीं। इससे दोनों राज्यों के बीच यात्रियों को भारी परेशानी का सामना करना पड़ रहा है।
जवाबी हमले
शनिवार को चित्रदुर्ग (कर्नाटक) में एक महाराष्ट्र बस चालक पर हमला हुआ और उसका चेहरा काला कर दिया गया। इसके जवाब में महाराष्ट्र के कोल्हापुर में शिवसेना (UBT) कार्यकर्ताओं ने एक कर्नाटक बस पर पार्टी के झंडे बाँधे और उसे काला रंग पोत दिया।
कानूनी कार्रवाई
गिरफ्तारी और POCSO मामला
पुलिस ने हमले के आरोप में तीन पुरुषों को गिरफ्तार किया और एक नाबालिग लड़की को हिरासत में लिया। लेकिन इस मामले में नया मोड़ तब आया जब नाबालिग ने कंडक्टर पर यौन उत्पीड़न का आरोप लगाया। इसके आधार पर महादेव हुक्केरी के खिलाफ POCSO एक्ट के तहत मामला दर्ज किया गया। बेलगावी पुलिस आयुक्त एडा मार्टिन ने कहा, “लड़की के बयान के आधार पर कंडक्टर के खिलाफ जांच शुरू की गई है।”
कोर्ट का फैसला
शुक्रवार रात आरोपियों को एक जज के सामने पेश किया गया। जज ने तीन पुरुषों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में और नाबालिग को सुधार गृह भेज दिया।
जनता और संगठनों का गुस्सा
कन्नड़ संगठनों का प्रदर्शन
कन्नड़ संगठनों ने शुक्रवार को विरोध प्रदर्शन किया और शनिवार को गाँव तक मार्च निकाला। कर्नाटक नव निर्माण सेना के सदस्यों ने चित्रदुर्ग में महाराष्ट्र की बस पर हमला किया। कर्नाटक रक्षा वेदике के जिला अध्यक्ष राजू नशीपुडी ने कहा, “कंडक्टर अपनी ड्यूटी कर रहा था। उसे मराठी बोलने के लिए मजबूर किया गया और हमला हुआ। इसके बावजूद उसके खिलाफ POCSO मामला दर्ज करना गलत है। हम पुलिस स्टेशन के बाहर विरोध करेंगे।”
बेलगावी विवाद का इतिहास
बेलगावी लंबे समय से कर्नाटक और महाराष्ट्र के बीच तनाव का केंद्र रहा है। यहाँ बड़ी संख्या में मराठी भाषी लोग रहते हैं, जिसके कारण क्षेत्रीय और भाषाई विवाद बार-बार सामने आते हैं। यह नया मामला भी इसी पुराने संघर्ष का हिस्सा है।
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