BY: MOHIT JAIN
उत्तर प्रदेश के बरेली में शुक्रवार को हुए बवाल ने पूरे राज्य का ध्यान अपनी ओर खींच लिया। आला हजरत दरगाह और इत्तेहाद-ए-मिल्लत काउंसिल (आईएमसी) प्रमुख मौलाना तौकीर रजा के घर के बाहर प्रदर्शन के बाद पुलिस और प्रदर्शनकारियों के बीच झड़प हुई। हालात बिगड़ते ही पुलिस ने लाठीचार्ज किया और मौलाना तौकीर रजा खान को हिरासत में ले लिया।
इसी बीच मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कड़ा संदेश देते हुए कहा कि “एक मौलाना भूल गए कि यूपी में सत्ता किसकी है।”
सीएम योगी का बयान: “नाकाबंदी या कर्फ्यू की जरूरत नहीं”
#WATCH लखनऊ (यूपी): 'विकसित उत्तर प्रदेश विजन @ 2047' कार्यक्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा," पर्व और त्योहारों के दौरान आपने देखा होगा कि जब भी पर्व आते थे तब उत्पाद शुरू हो जाता था। अब उत्पादियों और उपद्रवियों को पता लगेगा और उन्हें उनकी सात पीढ़ियां याद आएंगी क्योंकि… pic.twitter.com/YMXXnUnfmY
— ANI_HindiNews (@AHindinews) September 27, 2025
सीएम योगी ने कहा कि यूपी सरकार ने यह साफ कर दिया है कि न तो राज्य में कर्फ्यू लगेगा और न ही नाकाबंदी होगी।
उन्होंने कहा:
- “किसी को ये भ्रम नहीं होना चाहिए कि वह व्यवस्था को रोक सकता है। जो सबक हमने सिखाया है, उससे आने वाली पीढ़ियां दंगे करने से पहले दो बार सोचेंगी।”
- “2017 से पहले यूपी में दंगों और कर्फ्यू का चलन था, लेकिन हमारी सरकार ने ये संस्कृति खत्म की।”
योगी ने इसे यूपी के विकास की नई शुरुआत बताया।
“दंगाइयों का मुख्यमंत्री आवास पर स्वागत होता था”
सीएम योगी ने विपक्ष पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें दंगाइयों और माफियाओं को संरक्षण देती थीं।
उनका सीधा इशारा समाजवादी पार्टी की सरकार की ओर था। योगी बोले:
- “पहले दंगाइयों को मुख्यमंत्री आवास में बुलाकर सम्मानित किया जाता था।”
- “माफिया और पेशेवर अपराधियों के आगे सत्ता नतमस्तक थी। यहां तक कि माफिया के कुत्तों से हाथ मिलाकर गर्व महसूस किया जाता था।”
उन्होंने मुलायम सिंह यादव की उस पुरानी तस्वीर का भी संदर्भ दिया जिसमें वह माफिया अतीक अहमद के कुत्ते से हाथ मिलाते नजर आए थे।
अब तक 10 FIR और 35 गिरफ्तारियां

बरेली डीएम अविनाश सिंह के अनुसार, इस बवाल को साजिश के तहत अंजाम दिया गया।
- अब तक 10 एफआईआर दर्ज की जा चुकी हैं।
- 35 लोगों को गिरफ्तार किया गया है।
- पुलिस ने संकेत दिया है कि मौलाना तौकीर रजा की गिरफ्तारी भी हो सकती है।
- आरोपियों पर एनएसए (राष्ट्रीय सुरक्षा कानून) के तहत कार्रवाई की तैयारी है।
प्रशासन ने साफ किया है कि पर्दे के पीछे छिपे ताकतवर लोगों को भी बाहर लाकर सख्त कार्रवाई होगी।
योगी सरकार का कड़ा संदेश
बरेली बवाल के बाद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ का यह बयान साफ करता है कि उनकी सरकार दंगाइयों और उपद्रवियों के खिलाफ सख्त रुख अपनाने के मूड में है। मौलाना तौकीर रजा पर पुलिस का शिकंजा कस चुका है और प्रशासन ने संकेत दिया है कि इस मामले में किसी को भी बख्शा नहीं जाएगा।