बजाज ऑटो ने चेतावनी दी है कि अगस्त 2025 से वह अपने लोकप्रिय इलेक्ट्रिक स्कूटर चेतक और थ्री-व्हीलर गोगो का प्रोडक्शन पूरी तरह से रोक सकता है। इसकी वजह है – रेयर अर्थ मैग्नेट्स की भारी कमी, जो इलेक्ट्रिक वाहनों (EVs) की मोटर में इस्तेमाल होने वाला एक अहम कंपोनेंट है।
क्यों खतरे में है बजाज चेतक का उत्पादन?
- रेयर अर्थ मैग्नेट्स का स्टॉक खत्म होने के करीब है।
- चीन से इन महत्वपूर्ण मटेरियल्स की सप्लाई पिछले चार महीने से बाधित है।
- बजाज ऑटो के MD राजीव बजाज ने बताया कि जुलाई 2025 में प्रोडक्शन आधा हो गया था और अगस्त में यह पूरी तरह से बंद हो सकता है।
जून-जुलाई में क्या हुआ?
- जून 2025 में बजाज ने 23,004 यूनिट्स बेचीं – पिछले साल से 154% ज्यादा।
- लेकिन जुलाई में रेयर अर्थ मैग्नेट्स की कमी के चलते उत्पादन में बड़ी गिरावट आई।
- अगर अगस्त में सप्लाई नहीं सुधरी, तो कंपनी को रेवेन्यू और मार्केट शेयर में बड़ा झटका लग सकता है।
ईवी के लिए क्यों जरूरी हैं रेयर अर्थ मैग्नेट?
रेयर अर्थ मेटल्स जैसे नियोडिमियम, डिस्प्रोसियम और टरबियम:
- ईवी मोटर्स को बनाते हैं कॉम्पैक्ट, हल्का और एफिशिएंट।
- EV की रेंज और परफॉर्मेंस को करते हैं बेहतर।
- पेट्रोल-डीजल गाड़ियों में केटेलिक कन्वर्टर, डिस्प्ले और सेंसर में भी इनका इस्तेमाल होता है।
भारत की अन्य EV कंपनियां भी प्रभावित
रेयर अर्थ मैग्नेट्स की कमी से सिर्फ बजाज नहीं, बल्कि अन्य बड़ी कंपनियां भी परेशान हैं:
कंपनी | असर |
---|---|
एथर एनर्जी | प्रोडक्शन में 8-10% की कटौती |
टीवीएस मोटर | EV प्रोडक्शन में गिरावट, सप्लाई चेन चुनौतीपूर्ण |
ओला इलेक्ट्रिक | 5-6 महीने का स्टॉक बचा है, प्रोडक्शन जारी रहेगा |
ये चारों कंपनियां मिलकर भारत में 80% इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बनाती हैं।
चीन की पाबंदी और ग्लोबल असर
- चीन ने अप्रैल 2025 में 7 रेयर अर्थ मटेरियल्स के निर्यात पर रोक लगा दी थी।
- एक्सपोर्ट के लिए अब स्पेशल परमिट और एंड-यूज़ सर्टिफिकेट जरूरी है।
- चीन दुनिया की 70% माइनिंग और 90% प्रोडक्शन में हिस्सेदार है।
- इन प्रतिबंधों का असर अब ग्लोबल EV मैन्युफैक्चरिंग पर दिख रहा है।
भारत में क्या हालात हैं?
- EV कंपनियों के पास सिर्फ 6-8 हफ्तों की सप्लाई बची है।
- अगर चीन की पाबंदियां जारी रहीं, तो भारत में इलेक्ट्रिक और ICE व्हीकल प्रोडक्शन भी रुक सकता है।
- इससे कीमतों में बढ़ोतरी और कंज्यूमर डिमांड पर असर पड़ सकता है।
EV इंडस्ट्री के लिए बड़ा अलर्ट
भारत की EV इंडस्ट्री तेजी से बढ़ रही थी, लेकिन रेयर अर्थ मटेरियल्स की कमी ने इस रफ्तार को बड़ा झटका दिया है। बजाज चेतक का प्रोडक्शन बंद होना केवल एक संकेत है कि अगर वैश्विक सप्लाई चेन सुधरी नहीं, तो आने वाले महीनों में इलेक्ट्रिक टू-व्हीलर बाजार में भारी असंतुलन देखने को मिलेगा।