आगरा में एटीएम फ्रॉड का हैरान करने वाला मामला सामने आया है। ठगों ने अब एटीएम से पैसे निकालने वालों को निशाना बनाने का नया तरीका अपनाया। वे ग्राहकों को क्लोरोफार्म सुंघाकर बेहोश कर देते और फिर उनका एटीएम कार्ड बदलकर खाते से रुपए उड़ा लेते थे। पुलिस ने इस खतरनाक गैंग को पकड़ लिया है और इनके पास से 52 एटीएम कार्ड बरामद हुए हैं।
कैसे हुआ खुलासा?
- 5 अगस्त की घटना: रुनकता क्षेत्र के एक एटीएम में पैसे निकालने पहुंचे व्यक्ति को गैंग ने नशीला पदार्थ सुंघाकर बेहोश कर दिया।
- बेहोश करने के बाद उसका एटीएम कार्ड बदल दिया गया।
- अगले दिन पीड़ित को पता चला कि उसके खाते से 20,000 रुपए निकाले जा चुके हैं।
पीड़ित की शिकायत पर सिकंदरा थाने में एफआईआर दर्ज की गई, जिसके बाद पुलिस ने जांच शुरू की।
पुलिस ने ऐसे दबोचा गैंग
एसीपी हरीपर्वत अक्षय के मुताबिक, पुलिस ने इस गिरोह के 5 सदस्यों – सोहिल, अमन, खालिद, हारून और फराज – को गिरफ्तार कर लिया है।
- सभी आरोपी गाजियाबाद निवासी हैं।
- इनके पास से 52 एटीएम कार्ड मिले हैं।
- पूछताछ में खुलासा हुआ कि सोहिल इस गैंग का सरगना है।
धोखाधड़ी का तरीका
गैंग का ऑपरेशन बेहद संगठित था:
- आरोपी कार में बैठकर एटीएम पर आने वाले ग्राहकों का इंतजार करते थे।
- बातचीत में उलझाकर पासवर्ड जानने की कोशिश करते।
- यदि व्यक्ति उनकी बातों में नहीं आता तो उसे क्लोरोफार्म सुंघाकर बेहोश कर देते।
- इसके बाद एटीएम कार्ड बदलकर दूसरे एटीएम से रुपए निकाल लेते।
सतर्क रहें – ऐसे बचें एटीएम फ्रॉड से
- एटीएम का इस्तेमाल करते समय आसपास के लोगों से दूरी बनाए रखें।
- किसी अनजान व्यक्ति से मदद बिल्कुल न लें।
- पिन डालते समय कीपैड को हाथ से ढकें।
- यदि एटीएम में कोई संदिग्ध दिखे तो तुरंत वहां से निकल जाएं।
आगरा में पकड़ा गया यह गैंग दिखाता है कि अपराधी एटीएम फ्रॉड के नए-नए तरीके खोज रहे हैं। ऐसे में लोगों को सतर्क और जागरूक रहने की जरूरत है। पुलिस की कार्रवाई सराहनीय है, लेकिन सबसे बड़ी सुरक्षा सावधानी ही है।





