अहमदाबाद प्लेन क्रैश ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया है। इस हादसे में ग्वालियर के एक किसान के बेटे, आर्यन राजपूत की भी दर्दनाक मौत हो गई। आर्यन, डॉक्टर बनने का सपना लेकर मेडिकल की पढ़ाई के लिए अहमदाबाद गया था। दुर्भाग्यवश, जिस हॉस्टल की छत पर विमान गिरा, वहीं वह रहता था। हादसे में उसकी मौके पर ही मौत हो गई।
कौन था आर्यन राजपूत?
- गांव: जक्सौली, जिला ग्वालियर, मध्य प्रदेश
- पेशा: एमबीबीएस छात्र
- कॉलेज: अहमदाबाद स्थित मेडिकल कॉलेज
- परिवार: पिता किसान, मां गृहिणी, भाई भीकम सिंह
आर्यन अपने गांव का पहला लड़का था जो डॉक्टर बनने की राह पर था। पूरे गांव को उस पर गर्व था और उसे एक उम्मीद की तरह देखा जाता था।
प्लेन क्रैश: कैसे हुई आर्यन की मौत?
घटना 13 जून 2025 को हुई, जब एक एयर इंडिया विमान अहमदाबाद में दुर्घटनाग्रस्त हो गया।
- प्लेन में 242 लोग सवार थे
- 241 लोगों की मौत हो गई
- विमान एक हॉस्टल की छत पर गिरा
- उसी हॉस्टल में रह रहे थे कई ट्रेनी डॉक्टर
- आर्यन की भी मौके पर ही मौत हो गई
गांव में पसरा मातम, पर मां-बाप को नहीं दी गई खबर
आर्यन की मौत की खबर मिलते ही पूरा गांव शोक में डूब गया।
लेकिन उसके माता-पिता को अभी तक इसकी सूचना नहीं दी गई है। गांववाले फिलहाल उन्हें यही बता रहे हैं कि आर्यन का इलाज चल रहा है।
क्यों नहीं बताई गई सच्चाई?
- माता-पिता इस खबर को झेल नहीं पाएंगे
- गांव के लोग उन्हें भावनात्मक झटका देने से बचाना चाहते हैं
- आने वाले रिश्तेदारों को गांव के बाहर ही रोक दिया गया है
आर्यन का सपना अधूरा रह गया
गांव से निकलकर एक बेहतर भविष्य बनाने निकले आर्यन का जीवन इस तरह खत्म हो जाएगा, किसी ने सोचा भी नहीं था।
- वह मां-बाप का सबसे छोटा और सबसे प्यारा बेटा था
- पढ़ाई में तेज़, और पूरे गांव की उम्मीदों का केंद्र
- आज उसकी मौत से पूरा जक्सौली गांव गमगीन है
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एक होनहार बेटे की चुपचाप विदाई
अहमदाबाद प्लेन हादसा केवल एक दुर्घटना नहीं, बल्कि हजारों सपनों का अंत है। आर्यन जैसे कई युवाओं का संघर्ष, मेहनत और भविष्य इस हादसे की भेंट चढ़ गया। आज आर्यन नहीं है, लेकिन उसकी कहानी हर उस ग्रामीण छात्र को प्रेरणा दे सकती है जो सपनों के लिए बड़े शहरों की ओर निकलता है।