जम्मू-कश्मीर सरकार ने शनिवार को घोषणा की कि अमरनाथ गुफा तक रोपवे बनाने के लिए डिटेल्ड प्रोजेक्ट रिपोर्ट (डीपीआर) तैयार करने के लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं। यह रोपवे बालटाल से 3,880 मीटर ऊंची अमरनाथ गुफा तक 11.60 किलोमीटर लंबा होगा, जिससे यात्रियों की आवाजाही आसान होगी।
इसके अलावा, नेशनल हाईवेज लॉजिस्टिक्स मैनेजमेंट लिमिटेड (NHLML) द्वारा बुडगाम और रामबन जिले में तीन और रोपवे प्रोजेक्ट्स के लिए भी डीपीआर तैयार करने की बोलियां आमंत्रित की गई हैं। यह जानकारी जम्मू-कश्मीर विधानसभा में मुख्यमंत्री ओमर अब्दुल्ला ने एक लिखित जवाब में दी।

प्रोजेक्ट्स की मुख्य जानकारी
- अमरनाथ गुफा रोपवे: बालटाल से अमरनाथ गुफा तक 11.60 किमी लंबा रोपवे।
- भद्रवाह से सेओझदार रोपवे: 8.80 किमी लंबा, डोडा जिले में।
- सोनमर्ग से थजीवास ग्लेशियर रोपवे: 1.60 किमी लंबा।
- शंकराचार्य मंदिर रोपवे: श्रीनगर में 1.05 किमी लंबा, जिसके लिए बोलियां आमंत्रित की गई हैं।
अन्य प्रोजेक्ट्स
- परिहास से डिस्कल रोपवे: बुडगाम जिले में।
- सुथारन से तोसामैदान रोपवे: बुडगाम जिले में।
- नाशरी टनल से सनासर झील रोपवे: रामबन जिले में।
- करचियाल से वासमार्ग रोपवे: रामबन जिले में, जिसकी प्री-फेजिबिलिटी स्टडी चल रही है।
महत्वपूर्ण बिंदु
- अमरनाथ यात्रा: हर साल लाखों श्रद्धालु अमरनाथ गुफा की यात्रा करते हैं।
- पर्यटन: सेओझदार और सोनमर्ग जैसे स्थल पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र हैं।
- शिवखोरी मंदिर रोपवे: 2.12 किमी लंबा रोपवे प्रोजेक्ट कोर्ट केस के कारण रद्द कर दिया गया है।
सरकारी पहल
जम्मू-कश्मीर सरकार ने पर्वतमाला योजना के तहत रोपवे प्रोजेक्ट्स को विकसित करने के लिए नेशनल हाईवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) के साथ 4 अप्रैल 2022 को एक समझौता ज्ञापन (MoU) पर हस्ताक्षर किए थे। इसके तहत 52 रोपवे प्रोजेक्ट्स की सूची तैयार की गई है, जिनमें से कई पर काम शुरू हो चुका है।
निष्कर्ष
यह पहल न केवल धार्मिक यात्रियों बल्कि पर्यटकों के लिए भी सुविधा को बढ़ावा देगी। साथ ही, यह जम्मू-कश्मीर के पर्यटन और आर्थिक विकास में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।