Delhi Air Pollution: देश की राजधानी दिल्ली में वायु प्रदूषण बढ़ता ही जा रहा है। जिसके चलते हवा जहरीली होती जा रही है जिसमें अब सांस लेना भी दिल्ली वासियों के लिए मुश्किल होता जा रहा है। इसी के चलते लेकर हाल ही में दिल्ली मुख्यमंत्री आतिशी मार्लेना ने सभी प्राइमरी स्कूलों को लेकर बड़ा फैसला किया है।
ऑनलाइन मोड पर चलेंगे सभी प्राइमरी स्कूल
बढ़ती प्रदूषण के मद्देनजर रखते हुए दिल्ली सरकार ने सभी प्राइमरी स्कूलों (यानी पांचवीं क्लास) को अगले आदेश तक ऑनलाइन चलाने के निर्देश दिए। जैसा कि आम नागरिकों का दिल्ली की हवा में जीना खतरा है वहीं छोटे बच्चों के इम्यूनिटी पर प्रदूषण का असर पड़ सकता है। यहां पर गुरुवार को सीजन में पहली बार एयर क्वालिटी इंडेक्स (AIQ) 424 दर्ज किया गया।
सरकार ने ये भी लगाए प्रतिबंध
बताते चले कि, प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए सरकार ने और भी कई प्रतिबंध लगाए हैं। जिसमें ही कमीशन फॉर एयर क्वालिटी मैनेजमेंट (CAQM) ने NCR यानी हरियाणा, उत्तर प्रदेश और राजस्थान से आने वाली बसों पर रोक लगा दी। लेकिन आपको इलेक्ट्रिक व्हीकल, CNG वाहनों और BS-4 डीजल बसों को इससे छूट मिलेगी।
विशेषज्ञ ने भी इससे बचने की सलाह
विशेषज्ञों का कहना है कि घर से बाहर निकलते समय प्रदूषण के स्तर की जांच जरूर कर लें। वायु प्रदूषण गंभीर स्वास्थ्य समस्याओं का कारण बन सकता है। इसके कारण श्वसन, हृदय और मस्तिष्कवाहिकीय प्रणालियों से संबंधित कई तरह की दिक्कतों का खतरा रहता है। इतना ही नहीं वायु प्रदूषण के लंबे समय तक संपर्क में रहने के कारण दीर्घकालिक बीमारियां और इससे मृत्यु का भी जोखिम हो सकता है। इसके प्रतिकूल प्रभाव विशेष रूप से कमजोर आयु वर्ग वाले लोग जैसे कि बच्चों, गर्भवती महिलाओं, बुजुर्गों में अधिक देखी जाती रही है। ऐसे लोगों को विशेष सावधानी बरतते रहने की आवश्यकता है।