BY: MOHIT JAIN
अमृतसर से ब्रिटेन जा रही एयर इंडिया की एक फ्लाइट को बर्मिंघम एयरपोर्ट पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। फ्लाइट के दौरान अचानक रैम एयर टरबाइन (RAT) सक्रिय हो गई, जिससे विमान के दोनों इंजन या सिस्टम में खराबी की आशंका पैदा हो गई। हालांकि, पायलटों की सूझबूझ और तकनीकी टीम की सतर्कता से विमान को सुरक्षित उतारा गया। सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।
क्या हुआ था फ्लाइट AI117 में?

एयर इंडिया की फ्लाइट AI117 ने 4 अक्टूबर की सुबह अमृतसर से बर्मिंघम (UK) के लिए उड़ान भरी थी। लैंडिंग से ठीक पहले विमान में तकनीकी संकेत दिखे बोइंग 787 ड्रीमलाइनर की रैम एयर टरबाइन अपने आप चालू हो गई।
यह टरबाइन आमतौर पर तब सक्रिय होती है जब विमान के दोनों इंजन फेल हो जाएं या इलेक्ट्रिकल और हाइड्रोलिक सिस्टम बंद हो जाए। RAT हवा की गति से बिजली पैदा करती है और आपात स्थिति में विमान को नियंत्रित करने में मदद करती है।
इस अचानक सक्रियता से विमान में थोड़ी देर के लिए हड़कंप मच गया, लेकिन कुछ ही मिनटों में स्थिति नियंत्रण में आ गई।
यात्रियों की सुरक्षा रही सर्वोपरि
एयर इंडिया के प्रवक्ता ने बताया,
“हमारे पायलटों ने स्थिति को पूरी तरह संभाल लिया और विमान ने बर्मिंघम में सुरक्षित लैंडिंग की। सभी इलेक्ट्रिकल और हाइड्रोलिक पैरामीटर्स जांच में सामान्य पाए गए।”
विमान की जांच के बाद एयरलाइन ने यात्रियों की वापसी और ट्रांसफर की वैकल्पिक व्यवस्था करने की बात कही है।
जांच के लिए विमान ग्राउंड, रिटर्न फ्लाइट रद्द

घटना के बाद बर्मिंघम से दिल्ली लौटने वाली रिटर्न फ्लाइट को रद्द कर दिया गया है। एयर इंडिया ने कहा कि विमान को निरीक्षण और तकनीकी जांच के लिए ग्राउंड कर दिया गया है।
टाटा समूह के स्वामित्व वाली एयर इंडिया ने बताया कि यह कदम यात्रियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है।
जून 2025 में भी आई थी तकनीकी समस्या
यह पहली बार नहीं है जब एयर इंडिया के बोइंग 787 विमान में तकनीकी समस्या आई हो। जून 2025 में भी इसी मॉडल के एक विमान में इंजन फेल्योर और सॉफ्टवेयर खराबी के कारण क्रैश की आशंका बनी थी। उस समय भी पायलटों ने विमान को सुरक्षित उतार लिया था।
क्या है रैम एयर टरबाइन (RAT)?
रैम एयर टरबाइन विमान का एक आपातकालीन सुरक्षा उपकरण है।
- जब विमान के इंजन या मुख्य बिजली प्रणाली काम करना बंद कर देते हैं, तब यह अपने आप खुलकर हवा की ताकत से बिजली बनाती है।
- इससे विमान के कंट्रोल सिस्टम, फ्लाइट इंस्ट्रूमेंट्स और हाइड्रोलिक सिस्टम को ऊर्जा मिलती है।
- यह सुविधा हर बड़े यात्री विमान में होती है ताकि आपात स्थिति में सुरक्षित लैंडिंग की जा सके।
यात्रियों ने ली राहत की सांस
विमान के सुरक्षित उतरने के बाद यात्रियों में राहत और कृतज्ञता का माहौल था। कई यात्रियों ने सोशल मीडिया पर पायलटों की साहस और तत्परता की प्रशंसा की।
एयर इंडिया ने घटना को “तकनीकी एहतियात की एक मिसाल” बताया और कहा कि यात्रियों की सुरक्षा सर्वोच्च प्राथमिकता है।
इस घटना ने एक बार फिर साबित कर दिया कि एयर इंडिया के प्रशिक्षित पायलट और तकनीकी दल आपात स्थिति में भी विमानन सुरक्षा मानकों का पालन करते हैं। यद्यपि RAT का सक्रिय होना चिंताजनक था, लेकिन समय पर लिए गए निर्णय ने संभावित खतरे को टाल दिया।