BY: Yoganand Shrivastva
गुजरात के अहमदाबाद में आज दोपहर एक भीषण विमान हादसे ने पूरे देश को झकझोर कर रख दिया। एयर इंडिया की फ्लाइट AI-171, जो अहमदाबाद से लंदन (गैटविक) जा रही थी, टेकऑफ के कुछ ही मिनटों बाद दुर्घटनाग्रस्त हो गई। विमान में कुल 242 लोग सवार थे जिनमें से 100 से अधिक की मौत की पुष्टि अब तक हो चुकी है।
हादसा अहमदाबाद एयरपोर्ट के पास स्थित हॉर्स कैंप इलाके में हुआ, जिससे पास की इमारतें भी चपेट में आ गईं। विमान आग का गोला बन गया और उसके मलबे से भी कई वाहन और निर्माणाधीन इमारतें जलकर खाक हो गईं।
👨✈️ कौन थे विमान में?
- कैप्टन सुमित सभरवाल विमान उड़ा रहे थे, साथ में फर्स्ट ऑफिसर क्लाइव कुंदर मौजूद थे।
- विमान में पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी, कई कारोबारी, छात्र, NRI और पर्यटक सवार थे।
🕵️♂️ जांच एजेंसियों की सक्रियता: साजिश की संभावना से इनकार नहीं
हालांकि अब तक विमान दुर्घटना के तकनीकी या मानवीय कारण की पुष्टि नहीं हुई है, लेकिन कई सुरागों और परिस्थितियों के चलते जांच एजेंसियों ने इसे साज़िश के तौर पर भी देखना शुरू कर दिया है। शुरुआती रिपोर्ट के मुताबिक:
- टेकऑफ के 9 मिनट बाद ही विमान संपर्क से बाहर हो गया।
- विमान केवल 600 फीट की ऊंचाई तक ही पहुंच पाया, जो किसी गंभीर तकनीकी खराबी या बाहरी हस्तक्षेप की ओर संकेत करता है।
क्यों बढ़ रही है साज़िश की आशंका?
- भारत-पाकिस्तान में हालिया तनाव:
पिछले महीने ही जम्मू-कश्मीर के पहलगाम क्षेत्र में हुए आतंकी हमले और पाकिस्तान की सीमा पर बढ़ी गतिविधियों के चलते भारत में सुरक्षा एजेंसियां अलर्ट पर थीं। - बड़ी हस्तियों की मौजूदगी:
पूर्व मुख्यमंत्री विजय रुपाणी समेत कई अहम व्यक्ति विमान में मौजूद थे, जिससे यह एक टारगेटेड मिशन होने की आशंका गहरा रही है। - कोई चेतावनी या धमकी?
सूत्रों के अनुसार, कुछ गुप्तचर एजेंसियों को पिछले सप्ताह “एयरलाइन पर संभावित साइबर-या फिजिकल अटैक” की इनपुट्स मिले थे, हालांकि वे सार्वजनिक नहीं किए गए।
क्या कहती हैं तकनीकी एजेंसियां?
- DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय), AAIB (Aircraft Accident Investigation Bureau), और NSG इस दुर्घटना की गहन जांच में जुटे हैं।
- ब्लैक बॉक्स और CVR (कॉकपिट वॉयस रिकॉर्डर) को बरामद कर लिया गया है। इनसे मिलने वाली जानकारी आने वाले दिनों में साफ करेगी कि हादसा दुर्घटना था या साज़िश।
नेताओं और नागरिकों की प्रतिक्रियाएं
- केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हादसे को “शब्दों से परे पीड़ा देने वाला” कहा और सुरक्षा एजेंसियों को उच्चस्तरीय जांच के निर्देश दिए।
- गुजरात के मुख्यमंत्री भूपेंद्र पटेल ने “ग्रीन कॉरिडोर” के आदेश दिए ताकि घायलों को जल्दी अस्पताल पहुँचाया जा सके।
- वहीं आम लोगों और विशेषज्ञों ने सोशल मीडिया पर इसे एक संभावित आतंकी घटना बताते हुए सरकार से पारदर्शी जांच की मांग की है।
जाँच के बाद ही खुलेगा साजिश का सच
फिलहाल यह स्पष्ट नहीं है कि यह हादसा तकनीकी कारणों से हुआ या किसी गहरी साजिश का नतीजा था। लेकिन जिस प्रकार विमान ने कुछ ही मिनट में अपना संतुलन खोया, और उसमें इतने अहम व्यक्ति सवार थे, यह इस घटना को सिर्फ एक दुर्घटना मानने से रोकता है।
आने वाले दिनों में ब्लैक बॉक्स की रिपोर्ट, विमान की मेंटेनेंस हिस्ट्री, और संभावित आतंकी लिंक इस पूरे मामले की सच्चाई सामने लाएंगे।