बारिश के बाद आगरा की एमजी रोड, जिसे शहर की लाइफलाइन कहा जाता है, अब लोगों के लिए खतरा साबित हो रही है।
7 किलोमीटर लंबे इस रास्ते पर ऐसा एक भी 50 मीटर का हिस्सा नहीं बचा, जहां गड्ढे न हों।
सड़क पर जगह-जगह जलभराव और मिट्टी के गुबार से लोगों की आवाजाही बेहद मुश्किल हो गई है।
मेट्रो निर्माण से बढ़ी दिक्कतें
एमजी रोड पर पहले से खराब हालत को और बिगाड़ने का काम मेट्रो निर्माण ने कर दिया है।
- जगह-जगह मिट्टी फैली हुई है।
- गाड़ियों के गुजरते ही धूल के गुबार उठते हैं।
- ट्रैफिक जाम से लोगों का सफर घंटों लंबा हो जाता है।
स्थानीय लोगों की राय
1. मंदिर के पुजारी का बयान
ढाकरान चौराहे पर स्थित पथवारी देवी मंदिर के पुजारी ने बताया:
- सड़क की हालत बेहद खराब है।
- बारिश में भारी जलभराव हो जाता है।
- शिकायतें जनप्रतिनिधियों तक पहुंचाई गईं, लेकिन सुधार नहीं हुआ।
2. दुकानदारों की परेशानी
सड़क किनारे के दुकानदारों ने कहा:
- नालियों की व्यवस्था नहीं होने से बारिश में पानी भर जाता है।
- पैदल चलना और गाड़ी चलाना लगभग नामुमकिन हो जाता है।
3. स्कूल के बच्चों की दिक्कतें
पास के स्कूल के छात्रों ने बताया कि:
- जलभराव के कारण उनकी ड्रेस और जूते खराब हो जाते हैं।
- भीगकर स्कूल पहुंचना रोजमर्रा की समस्या बन गई है।
प्रशासनिक इलाके की अलग तस्वीर
अवंतीवाई चौराहे से भगवान टॉकीज की ओर जाने वाले रास्ते पर जिलाधिकारी और अन्य अधिकारियों के घर हैं।
- यहां की सड़क बढ़िया हालत में है।
- जबकि आस-पास की सड़कें गड्ढों से भरी हुई हैं।
- लोगों का कहना है कि इस दोहरी व्यवस्था से उनकी परेशानियां और बढ़ गई हैं।
जाम से त्रस्त लोग
जिला न्यायालय आने वाले एक बुजुर्ग ने कहा:
- शाहगंज से दीवानी का 10 मिनट का रास्ता अब 1 घंटे में पूरा हो रहा है।
- जाम और गड्ढों की वजह से पैदल फुटपाथ पर खड़ा रहना पड़ता है।
रिक्शा चालकों की मुश्किलें
एक रिक्शा चालक ने बताया:
- गड्ढों के कारण सड़क पर पानी डालना मुश्किल हो गया है।
- पहले 4–5 घंटे में काम खत्म हो जाता था, अब पूरा दिन लग जाता है।
नतीजा: लोगों की ज़िंदगी बनी चुनौती
- गाड़ियों को हिचकोले खाते हुए निकलना पड़ता है।
- दुकानों के सामने नालियां न होने से जलभराव बढ़ता है।
- धूल और मिट्टी से स्वास्थ्य पर बुरा असर पड़ रहा है।
आगरा की एमजी रोड, जो शहर की लाइफलाइन कही जाती है, अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन चुकी है।
गड्ढे, जलभराव, मेट्रो निर्माण की धूल और लगातार जाम ने इस सड़क को खतरनाक बना दिया है।
लोगों की मांग है कि प्रशासन तुरंत कार्रवाई कर सड़क की मरम्मत और जल निकासी की व्यवस्था सुनिश्चित करे।