एक ट्वीट जिसने सोशल मीडिया पर मचा दिया तूफान
भारत के जाने-माने उद्योगपति हर्ष गोयनका का एक ट्वीट हाल ही में सोशल मीडिया पर वायरल हो गया, जिसमें उन्होंने भारत के अदानी ग्रुप की ताकत की तुलना पाकिस्तान की पूरी अर्थव्यवस्था से कर डाली। उन्होंने लिखा:
“सिर्फ एक भारतीय कंपनी। पूरे देश से बड़ी। और ये लोग हमसे लड़ने की बात करते हैं?”
इस तुलना ने ऑनलाइन बहस को जन्म दे दिया है — क्या वाकई एक निजी भारतीय कंपनी पाकिस्तान से बड़ी हो सकती है?
🔹 क्या कहा हर्ष गोयनका ने?
हर्ष गोयनका ने अपने ट्वीट में अदानी ग्रुप बनाम पाकिस्तान की तुलना कुछ रोचक उदाहरणों के साथ की:
- कोहली बनाम गली क्रिकेटर
- शाहरुख खान बनाम यूट्यूब एक्टर
- ISRO बनाम पतंग
इसके साथ उन्होंने एक ग्राफिक भी शेयर किया जिसमें कुछ मुख्य आँकड़े थे।
🔹 अदानी ग्रुप बनाम पाकिस्तान: आँकड़ों की सीधी टक्कर
आंकड़ा | अदानी ग्रुप | पाकिस्तान |
---|---|---|
बाजार पूंजीकरण (Market Cap) | $161 बिलियन | $50 बिलियन (अनुमानित) |
नवीकरणीय ऊर्जा क्षमता | 10.9 GW | 9–10 GW |
हाइब्रिड/ग्रीन हाइड्रोजन परियोजनाएं | ग्लोबल स्तर पर अग्रणी | कोई प्रमुख योजना नहीं |
पोर्ट्स की संख्या | 15 पोर्ट्स (627 MMT क्षमता) | 3 पोर्ट्स (185 MMT क्षमता) |
✅ मुख्य बिंदु:
- अदानी की बाजार पूंजी पाकिस्तान की तुलना में तीन गुना ज़्यादा है।
- ग्रीन हाइड्रोजन और हाइब्रिड एनर्जी में भारत का नेतृत्व।
- बंदरगाह संचालन में अदानी ग्रुप का बड़ा नेटवर्क।
🔹 सोशल मीडिया पर प्रतिक्रियाएं
इस तुलना को लेकर सोशल मीडिया पर लोगों की राय बंटी हुई है:
- समर्थक: भारत की प्रगति और निजी क्षेत्र की ताकत का प्रतीक मान रहे हैं।
- आलोचक: ऐसी तुलना को भ्रामक और भड़काऊ करार दे रहे हैं।
🔹 पहले भी पाकिस्तान पर टिप्पणी कर चुके हैं गोयनका
यह पहला मौका नहीं है जब हर्ष गोयनका ने पाकिस्तान को लेकर कोई बयान दिया हो। इससे पहले एक पोस्ट में उन्होंने लिखा था:
“अगर पाकिस्तान भारत से युद्ध हारता है, तो उसे भारत की फूड इंडस्ट्री, जॉब्स और एंटरटेनमेंट का फायदा मिलेगा।”
🔹 तुर्की और अज़रबैजान का बहिष्कार करने की अपील
पहलगाम आतंकी हमले के बाद जब तुर्की और अज़रबैजान ने पाकिस्तान का समर्थन किया, तो गोयनका ने भारतीयों से इन देशों की यात्रा से बचने की अपील की।
उन्होंने ट्वीट किया:
“2024 में भारतीय पर्यटकों ने तुर्की और अज़रबैजान में ₹4000 करोड़ से ज्यादा खर्च किए। अब जब ये देश पाकिस्तान का साथ दे रहे हैं, तो हमें इनकी यात्रा छोड़कर भारत या अन्य देशों की सुंदर जगहों पर घूमना चाहिए।”
🔹 निष्कर्ष: क्या यह तुलना जायज़ है?
अदानी ग्रुप का विकास भारत के आर्थिक उभार का प्रतीक है, लेकिन एक निजी कंपनी की तुलना किसी देश की अर्थव्यवस्था से करना एक जटिल और भावनात्मक मुद्दा है। फिर भी, यह चर्चा भारत की बढ़ती आर्थिक ताकत को रेखांकित करती है और दर्शाती है कि निजी कंपनियां अब वैश्विक स्तर पर कितनी प्रतिस्पर्धी हो गई हैं।