रिपोर्टर: शैलेंद्र पारे
रतलाम: आलोट में जश्न-ए-आजादी के नाम से पाकिस्तानी झंडे वाले गुब्बारे बिस्किट के पैकेट के साथ बांटे जाने का सनसनीखेज मामला सामने आया है। राजस्थान पुलिस ने इस मामले में मध्य प्रदेश के आलोट निवासी किराना व्यापारी दिलीप कामरिया को गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस का दावा है कि यह गुब्बारा बच्चों को आकर्षित करने के लिए फ्री गिफ्ट के रूप में दिया जा रहा था, लेकिन इसमें उर्दू में ‘जश्न-ए-आजादी’ लिखा होने से लोगों में आक्रोश फैल गया।
दिलीप कामरिया आलोट के होलसेल किराना व्यवसायी हैं, जो इलाके के छोटे दुकानदारों को सामान सप्लाई करते हैं। इससे एक दिन पहले राजस्थान के झालावाड़ जिले के नागेश्वर इलाके में एक किराना दुकान से बिस्किट के कुछ पैकेट जब्त किए गए थे। दुकानदार नागेश्वर उनहेल ने दुकानदार बिस्किट के साथ गुब्बारा फ्री दे रहे थे ताकि बच्चे ज्यादा खरीदारी करें।
मामला तब सामने आया जब उन्हेंल कस्बे की एक बालिका ने दुकान से बिस्किट का पैकेट खरीदा। घर लौटकर पैकेट खोला तो उसमें चिपका गुब्बारा निकला। उत्सुकता से गुब्बारा फुलाया तो उस पर पाकिस्तानी हरा-श्वेत झंडा नजर आया, साथ ही उर्दू में ‘जश्न-ए-आजादी’ (14 अगस्त को पाकिस्तान का स्वतंत्रता दिवस) लिखा था। बालिका के परिजन भड़क गए और उन्होंने तुरंत दुकानदार से शिकायत की। खबर फैलते ही आसपास के लोग आक्रोशित हो गए। कई लोगों ने दुकान पर पहुंचकर हंगामा किया.
दुकानदार को थाने ले जाकर पूछताछ की गई। नागेश्वर थाना इंचार्ज गोरधन लाल हेड ने बताया, “हम सभी पहलुओं की गहन जांच कर रहे हैं। अभी तक कार्रवाई नहीं हुई है, लेकिन साजिश की आशंका से इंकार नहीं किया जा सकता।
व्यापारी संगठन का बचाव
आलोट व्यापारी संगठन के अध्यक्ष दिनेश कोठारी ने इसे ‘मानवीय भूल’ करार दिया। उन्होंने कहा, दिलीप कामरिया खुद मैन्युफैक्चरर नहीं हैं। उन्होंने इंदौर से माल मंगवाया था, जिसमें 20 पैकेट गुब्बारे शामिल थे। यह किसी बड़ी साजिश हिस्सा भी हो सकता है, या सप्लाई चेन में गलती हो सकती है। जिला पुलिस अधीक्षक अमित कुमार ने बताया, यह मामला मूल रूप से झालावाड़ का है, जहां झालावाड़ पुलिस मुख्य जांच कर रही है।
कई सवाल अनुत्तरित हैं:
ये गुब्बारे आखिर कहां से आए? बिस्किट कंपनियों के प्रोडक्ट के साथ तो इनामी गिफ्ट इंटीग्रेटेड होते हैं, लेकिन यहां गुब्बारे अलग से चिपकाए जा रहे थे। क्या यह कोई सुनियोजित प्रयास है पाकिस्तानी प्रचार फैलाने का? कौन सी कंपनी इन्हें प्रिंट कर रही है और भारत में कौन बांट रहा है? पुलिस इन गुब्बारों का स्रोत ट्रेस करने में जुटी है